प्री मानसून गतिविधियों के चलते आंधी- तूफान के साथ कई स्थानों पर हो सकती है बारिश और ओलावृष्टि।
मौसम वैज्ञानिक रंजीत वानखेड़े ने बताया पूर्वानुमान।
इंदौर : गर्मी का भीषण ताप झेलने के बाद अब इंदौर सहित समूचे प्रदेश के लोग बेसब्री से मानसून की बाट जोह रहे हैं। मानसून पूर्व की हलचल शुरू भी हो गई है। शनिवार तड़के हल्की बारिश भी दर्ज की गई है। आसमान में बादल छाए रहने से तापमान में गिरावट आई है पर उमस बढ़ गई है।
15 से 20 जून के बीच मप्र में दस्तक दे सकता है मानसून।
मौसम वैज्ञानिक रंजीत वानखेड़े के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ और स्थानीय चक्रवातीय गतिविधि के चलते कहीं, कहीं बौछारें पड़ रहीं हैं। बीते 24 घंटों में 07 मिमी बारिश हुई है। वानखेड़े ने बताया कि प्री मानसून गतिविधियों के चलते आंधी के साथ मालवा और प्रदेश के अन्य हिस्सों में बारिश,ओलावृष्टि व बौछारें पड़ सकती हैं। फिलहाल मानसून महाराष्ट्र के सीमावर्ती इलाकों में दस्तक दे चुका है। जल्द ही ये आगे बढ़ते हुए पश्चिमी महाराष्ट्र और मुंबई में दस्तक दे सकता है। मप्र और मालवा (इंदौर सहित आसपास के जिले) में 15 से 20 जून के बीच मानसून की आमद हो सकती है।
बिजली गिरने की घटनाओं के चलते बरतें ये सावधानियां।
कृषि कॉलेज के मौसम वैज्ञानिक रंजीत वानखेड़े ने बताया कि मानसून में बादलों की गरज – चमक के साथ बारिश के बीच बिजली गिरने की घटनाएं भी अक्सर सामने आती हैं। ऐसे में कुछ सावधानियां बरतकर हम मनुष्य व पशु धन की हानि को काफी हद तक रोक सकते हैं।
उन्होंने बताया कि बारिश के सीजन में कभी भी पेड़ के नीचे खड़े न हों क्योंकि पेड़ बिजली के सुचालक होते हैं।बिजली के खंभों से दूरी बनाकर चलें। इसी तरह अपने पशुधन को टीन शेड के नीचे न बांधे। ऐसा करके हम जान – माल की हानि को काफी हद तक टाल सकते हैं।