15 करोड़ रुपए से अधिक कीमत का अवैध नशीला पदार्थ जब्त, सरगना सहित पांच आरोपी गिरफ्तार

  
Last Updated:  April 3, 2022 " 05:12 pm"

इंदौर : “ऑपरेशन प्रहार” के तहत अब तक की सबसे बडी कार्रवाई में 15 करोड 18 लाख रूपए अंतरराष्ट्रीय कीमत की ड्रग्स के साथ तस्कर गैंग को पुलिस ने धर- दबोचा। पुलिस थाना चन्दन नगर ने अवैध मादक पदार्थ अल्प्राज़ोलम पाउडर से नकली ब्राउन शुगर बनाने वाले मास्टरमाइंड व उसके 04 साथियों को गिरफ्तार किया है।
आरोपियों से लगभग 01 क्विंटल 51 किलोग्राम नशीला पदार्थ एवं 4 लाख रूपये नकद बरामद किए गए है। पुलिस के मुताबिक मास्टरमाइण्ड आरोपी अजय जादोन एवं उसके साथियों के तार राष्ट्रीय स्तर पर भी जुडें हैं।

मुखबिर की सूचना पर थाना चंदन नगर पुलिस ने सिरपुर तालाब की पाल से घेराबन्दी कर दो आरोपियों को पकड़ा। पूछताछ में उन्होंने अपने नाम मोहम्मद आरिफ पिता मोहम्मद हुसैन निवासी भवानी नगर सांवेर रोड बाणगंगा इन्दौर व कार्तिक पिता पुष्पराज बघेल निवासी मुखर्जी नगर बाणगंगा इन्दौर
होना बताए। उनके कब्जे से एक से 1 किग्रा व दूसरे से 15 ग्राम अल्प्राजोलम से तैयार अवैध मादक पदार्थ ब्राउन शुगर जैसा ‍मिला । उक्त मादक पदार्थ के बारे में पूछने पर आरोपियों ने बताया कि वो अजय जादौन, कोमल सहरिया व दिनेश राठौर से खरीदकर अवैध मादक पदार्थ को अलग अलग जगह पर बेचते हैं, तीनों मादक पदार्थ का विस्तृत भण्डार आरएनटी मार्ग इन्दौर पर स्थित चेतक सेंटर के तीन आफिस पर रखते हैं।
पकड़े गए आरोपियों के साथ पुलिस उक्त स्थान पर पहुंची तो तीनों आरोपी वहां मिल गए। नाम पता पूछने पर उन्होंने अपना नाम अजय जादौन पिता सूरज सिंह उम्र 43 साल निवासी 32 नार्थ गाडराखेडी मरीमाता इन्दौर, कोमल सिंह पिता भरोसे सिंह सहरिया उम्र 48 साल निवासी नरवल सांवेर रोड इन्दौर तथा दिनेश राठौर पिता देवीसिंह उम्र 43 साल निवासी भवानी नगर सांवेर रोड बाणगंगा होना बताए। उक्त तीनों आरोपियों के चेतक सेंटर स्थित दफ्तरों से 150 किलो 800 ग्राम अल्प्राजोलम से तैयार अवैध मादक पदार्थ ब्राउन शुगर जैसा, 4 लाख रूपये नकद, एक नोट गिनने की मशीन, एक मिक्सर, बडे टब, प्लाष्टिक के ड्रम, मुंह पर लगाने के मास्क, इलेक्ट्रोनिक वेट मशीन, चम्मच, खुर्पा और छन्नी जब्त किए गए। तीनों आरोपियों को गिरफतार किया गया ।
आरोपी कोमल एवं अजय जादौन से पूछताछ पर उन्होंने बताया कि हम उक्त नशीला पदार्थ उत्तरप्रदेश के मुजफफर नगर से लाते हैं व इसमें पेरासीटामोल मिलाकर दुगुना कर देते हैं। तीनों के दफ्तरों बारे में पूछताछ की गई तो अजय द्वारा बताया कि यह तीनों ऑफिस राघव के नाम से किराए पर हैं। राघव ही उक्त माल को अन्य जिलों में सप्लाय करता है जो अभी फरार है। उसकी तलाश जारी है । आरोपी कोमल ने पूछताछ पर उसने बताया कि मैं पहले मुजफफर नगर उत्तरप्रदेश में अन्य सरगना के साथ फेक्ट्री पर काम करता था, जहां उक्त नशीला पदार्थ बनाया जाता है। मैंने वहीं इसे बनाना सीखा था, वहीं से हमारे यहां माल सप्लाय होता है, जिसे हम दुगुना कर सप्लाय करते हैं ।
कोमल से मादक पदार्थ निर्माण के संबंधं में पूछा गया तो उसने बताया कि हम रॉ मटेरियल से उक्त नशीला पदार्थ बनाते हैं। इसके लिए काफी लम्बी प्रोसेस है, इस पाउडर को हम एपीजेड कहते हैं जो ब्राउन शुगर से भी ज्यादा नशीला व शरीर के लिए हानिकारक हो जाता है, यह काफी मंहगा पडता है, इसलिए हम इसमें पैरासीटामोल का पाउडर मिला देते हैं जिससे यह दुगना हो जाता है , जिसे ब्राउन शुगर के रूप में बाजार में विशेषकर मंदसौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, सागर आदि एवं मध्यप्रदेश के बाहर महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब में सप्लाय करते हैं, जो वास्तव में अल्प्राजोलम पाउडर से बना नशीला पदार्थ होता है । जिसकी अंतर्राष्ट्रीय कीमत एक किलोग्राम की 1 करोड के लगभग होती है किन्तु हम उसे करीब 10-12 लाख रूपये में मार्केट में सप्लाय करते हैं, पूरा मैनेजमेंट राघव देखता है राघव ने पॉट्री फिड का लायसेंस ले रखा है जिसकी आड में उक्त मादक पदार्थ का व्यवसाय करते हैं ।
उक्त पांचों आरोपियों को एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफतार किया गया है। आरोपियों को न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा ताकि अन्य आरोपियों व पैडलर, उक्त मादक पदार्थों के स्त्रोत आदि के संबंध में विस्तृत पूछताछ की जा सकें।

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