18 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा राबर्ट नर्सिग होम का नया भवन

  
Last Updated:  January 14, 2025 " 08:08 pm"

अस्पताल प्रबंधन समिति की बैठक में लिए गए कईं अहम निर्णय।

इंदौर : इंदौर का रॉबर्ट नर्सिंग होम नागरिकों को कम पैसे में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं दे रहा है। अस्पताल में सेवारत चिकित्सक, नर्सेंस, पैरामेडिकल स्टाफ एवं अन्य कर्मचारी सेवा भाव से कार्य कर रहे हैं। यहां ब्लड बैंक, डायलिसिस सेंटर जैसी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं भी हैं। हालांकि अस्पताल का भवन करीब 120 वर्ष पुराना है, जिसमें 68 बेड हैं और करीब 120 का स्टाफ है। अस्पताल का भवन काफी पुराना हो गया है, इसलिये बार-बार रिनोवशन की आवश्यकता पड़ती है। पुराना भवन ऐतिहासिक होने से इसे कायम रखा जायेगा। मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिले, इसके लिये लगभग 18 करोड़ रूपये की लागत से अस्पताल का नया भवन बनाया जायेगा, जो जी-प्लस-2 होगा। यह निर्माण कार्य किसी विश्वसनीय एजेंसी से कराया जायेगा। पूरी प्रक्रिया में करीब डेढ़ वर्ष का समय लगेगा। यह जानकारी रॉबर्ट नर्सिंग होम में संभागायुक्त दीपक सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई अस्पताल प्रबंधन समिति की बैठक में दी गई। बैठक में रॉबर्ट नर्सिंग होम के मानद सचिव डॉ. वी.एस. यशलहा ने अस्पताल के इतिहास के बारे में बताते हुए उपयोगी सुझाव दिये।
बैठक में बताया गया कि अस्पताल में आईसीयू वार्ड के रिनोवेशन के साथ ही कीमोथैरेपी वार्ड, आपातकालीन वार्ड, ऑपरेशन थियेटर के बाहर वेटिंम रूम का भी रिनोवेशन किया जायेगा। इस कार्य में लगभग 35 लाख रूपये खर्च होंगे। इसके अलावा अस्पताल के कक्ष क्रमांक, 1, 2 ,3, 18 और 19 के रिनोवेशन के साथ ही वॉशरूम का भी रिनोवेशन किया जायेगा। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अस्पताल में बेड की संख्या बढ़ाई जायेगी। अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग को कायम रखते हुए इसका रंगरोगन कराया जायेगा। जनरल वार्ड के छत पर अत्याधुनिक ब्लड बैंक का निर्माण किया जायेगा, जिसकी अनुमानित लागत 24 लाख रूपये होगी।
बैठक में निर्णय लिया गया कि अस्पताल में मरीजों की सुविधाओं के लिये लगभग 12 लाख रूपये की लागत से लिफ्ट लगायी जायेगी। आईसीयू बेड के लिये 5 नये इन्फ्यूशन पम्प खरीदे जाएंगे। इसके अलावा भी अन्य निर्माण कार्य किये जाएंगे। बताया गया कि वर्तमान में अस्पताल में जनरल, प्रायवेट और सेमी प्रायवेट वार्ड हैं, जहां पर भर्ती मरीजों को चेरिटेबल सोसायटी द्वारा भोजन दिया जा रहा है। अस्पताल के कुशल संचालन और प्रबंधन के लिये असिस्टेंट मैनेजर और एचआर मैनेजर की व्यवस्था की गई है। अस्पताल के बेहतर संचालन के लिये अलग-अलग विभागों के विषय विशेषज्ञों से राय ली जाएगी। आवश्यकता पड़ने पर उन्हें प्रबंधन में शामिल भी किया जाएगा।
इस मौके पर अस्पताल प्रबंधन की ओर से मानद सचिव डॉ. वी.एस. यशलहा, डॉ. आर.के माथुर, एडव्होकेट विनय झेलावत ने भी अपने विचार व्यक्त किये। बैठक में स्टाफ के वेतन-भत्ते आदि पर भी चर्चा हुई। बैठक में अस्पताल प्रबंधन समिति के सदस्यगण मौजूद थे।

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