इंदौर : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को इंदौर के नागरिकों, सामाजिक संगठनों, जनप्रतिनिधियों को उस जज्बे के लिए धन्यवाद दिया, जिसके कारण इंदौर नित नए कीर्तिमान रच रहा है। धन्यवाद इंदौर कार्यक्रम में अभय प्रशाल पहुंचे मुख्यमंत्री चौहान ने इंदौर वासियों की टीकाकरण के प्रति जागरूकता और रिकॉर्ड बनाने, राधास्वामी सत्संग में विशाल परोपकार का प्रतीक कोविड केयर सेंटर बनाने, इंदौरियों की दानशीलता और इंदौर को कोरोना की विभीषिका से निकालने में जनसहयोग की भावना को सलाम करते हुए तमाम इंदौरियों को धन्यवाद दिया। उन्होंने इस मौके पे देवी अहिल्याबाई का भव्य स्मारक बनाने सहित कई घोषणाएं भी की।
कोरोना योद्धाओं के बलिदान को किया नमन।
सीएम शिवराज ने कोरोना योद्धाओं के बलिदान को याद कर उन्हें नमन किया और उनके परिजनों को सम्मानित कर उनका आभार माना।सीएम चौहान ने इंदौर की जनता का स्मार्ट सिटी, स्वच्छता, समर्पण, सेवा, सामाजिक सदभाव, समन्वय, संस्कृति और संस्कार में अव्वल रहने पर कहा कि यह इंदौर की गौरवशाली परम्परा है।
200 करोड़ की लागत से देवी अहिल्याबाई के भव्य स्मारक का होगा निर्माण।
सीएम ने 200 करोड़ की लागत से देवी अहिल्याबाई के भव्य स्मारक निर्माण के साथ ही 160 करोड़ रूपए स्मार्ट कम्पनी के लिए देने की घोषणा की। इसी के साथ 25 करोड़ रूपए ऑक्सीजन प्लांट के लिए और इलाज व्यवस्था के लिए 10 करोड़ रूपए दिए जाने की भी घोषणा की। उन्होंने 11.35 करोड़ रूपये लागत व 13.80 टन क्षमता के 11 ऑक्सीजन प्लांट्स का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि निर्धारित बेड संख्या वाले अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट का होना अनिवार्य किया जाएगा। निजी अस्पतालों को ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना के लिए पचास प्रतिशत केपिटल सब्सिडी दी जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान ने बोलिया छत्री, गाँधी हॉल के जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण कार्य के साथ ही संजय सेतु पर दो पहिया वाहनों के लिये मल्टी लेवल पार्किंग का लोकार्पण किया। इसके अलावा उन्होंने 97 करोड़ रूपये के विभिन्न विकास कार्यों का भूमिपूजन किया।
शिवराज ने कोरोना की दूसरी लहर को कभी न भूले जाने वाली त्रासदी बताया। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधिगण और प्रशासन के सहयोग और सबसे उल्लेखनीय क्रायसिस मैनेजमेंट समिति के द्वारा किए गए कार्यों से ही हम इससे पार पा रहे हैं। उन्होंने चेताया कि खतरा अभी टला नहीं है। इसलिए कोविड अनुकूल व्यवहार अपनाएं। उन्होंने कहा कि रोजगार, शिक्षा और कोविड कंट्रोल के लिए इंदौर प्रदेश देश ही नहीं समूचे विश्व में जाना जाए, ऐसी प्लानिंग की जाए। सेम्पल ट्रेकिंग, टेस्टिंग के जरिये कोरोना की संभावित लहर को रोकने की दिशा में हर संभव कार्य किए जाए । कोविड काल में सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं पर जनता का भरोसा बढ़ा है। इसे बरकरार रखने के लिये पहले ही ऑक्सीजन टेंकरों के लिए अनुबंध किया जाए। शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन हो। बाहर से आने वालों पर निगरानी रखी जाए। कोविड प्रोटोकाल का पालन कराया जाए। राज्य आपदा प्रबंधन समिति के सदस्य डॉ. निशांत खरे ने इंदौर जिले में कोविड कंट्रोल की दिशा में किये गये कार्यों का प्रस्तुतीकरण दिया। कार्यक्रम के दौरान स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के कार्यों पर बनी डाक्यूमेंट्री का प्रदर्शन भी किया गया।
इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, विधायकगण रमेश मेंदोला, आकाश विजयवर्गीय, मालिनी गौड़ व महेंद्र हार्डिया, कविता पाटीदार, सुदर्शन गुप्ता, जीतू जिराती, गौरव रणदिवे, राजेश सोनकर, मधु वर्मा, संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा, आईजी हरिनारायणचारी मिश्र, कलेक्टर मनीष सिंह, आयुक्त नगर निगम प्रतिभा पाल, डीआईजी मनीष कपूरिया सहित अन्य अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद थे। आरंभ में सीएम ने कन्या पूजन और दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।