इंदौर: रेसकोर्स रोड स्थित मोहता भवन में चल रहे चातुर्मासिक अनुष्ठान के तहत 23 जुलाई से पुण्य कलश तप आराधना प्रारम्भ होगी। इस 18 दिवसीय तप आराधना में 500 श्रावक- श्राविकाएं शामिल होंगे।
चातुर्मासिक अनुष्ठान में शनिवार को उत्तराध्ययन ग्रंथ की शोभायात्रा निकालने के साथ हिम्मत भाई गांधी परिवार की ओर से महामंगलकारी बहुमान कर आचार्यश्री रत्नसुन्दर महाराज को बैराया गया। आचार्यश्री ने इस मौके पर कहा कि भगवान महावीर ने मुक्ति में जाने के पूर्व जो संदेश दिए वो इस ग्रंथ में समाहित हैं। उन्होंने कहा कि बिना धर्म का पुण्य दुर्गति का कारण बनता है। भक्ति का फल यही है कि परमात्मा की भक्ति करते- करते हम भी उसके सदृश्य हो जाएं। रविवार को सुबह 9 से 10.30 तक जर्नी ऑफ जॉय विषय पर आचार्यश्री के विशेष प्रवचन भी हुए।