24 घंटे में पूरी हो सैम्पल टेस्टिंग प्रक्रिया, मंत्री डॉ. मिश्रा ने दिए निर्देश

  
Last Updated:  June 25, 2020 " 10:52 am"

इंदौर : गृह, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री नरोत्तम मिश्रा गुरुवार को इंदौर आए। उन्होंने यहां कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए पीपीई किट पहनकर अरविंदो अस्पताल के कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल में उपचार रत मरीजों से आत्मीयता के साथ बात की, उनका हालचाल जाना और इलाज की जानकारी ली। मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने उन्हें आश्वस्त किया कि उनका बेहतर से बेहतर इलाज किया जा रहा है और वे जल्द ही स्वस्थ होकर अपने घर पहुंचेंगे। मंत्री तुलसी सिलावट भी इस दौरान मौजूद रहे।

अधिकारियों की बैठक लेकर की हालात की समीक्षा।

मंत्री श्री मिश्रा ने इंदौर की स्वास्थ्य संबंधी समीक्षा बैठक में हिस्सा लिया। समीक्षा बैठक में उन्होंने कोविड-19 से जुड़े तमाम पहलुओं और इन्तजामों के बारे में जानकारी ली। स्वास्थ्य मंत्री ने ट्रेसिंग, टेस्टिंग, ट्रीटमेंट को प्रभावी ढंग से अमल में लाने और सैंपल टेस्ट की रिपोर्ट 24 घंटे के अंदर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

24 घंटे में पूरी हो जाए सैम्पल टेस्टिंग की प्रक्रिया।

उन्होंने बताया कि, सैंपल प्राप्त होने से लेकर रिपोर्ट आने तक की प्रक्रिया 24 घंटे में पूर्ण हो जाना चाहिए। टेस्ट रिपोर्ट समय सीमा में प्राप्त करना अत्यंत आवश्यक है। क्योंकि देरी से रिपोर्ट प्राप्त होने की स्थिति में पॉजिटिव पाए गए व्यक्ति में संक्रमण बढ़ने का खतरा बना रहता है। साथ ही इलाज प्रक्रिया भी मुश्किल हो जाती है। उन्होंने बताया कि समय पर टेस्ट रिजल्ट प्राप्त होने से मरीज की बीमारी गंभीर रूप नहीं ले पाती और व्यक्ति जल्द स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो पाता है।
इस दौरान जल संसाधन मंत्री श्री तुलसी सिलावट भी उपस्थित थे। इंदौर संभाग आयुक्त डॉ पवन शर्मा, आईजी विवेक शर्मा, कलेक्टर मनीष सिंह, नगर निगम कमिश्नर प्रतिभा पाॅल, जिला पंचायत सीईओ रोहन सक्सेना, एमजीएम मेडिकल कॉलेज की डीन डॉक्टर ज्योति बिंदल अन्य अधिकारीगण एवं चिकित्सक बैठक में उपस्थित थे।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ मिश्रा ने इंदौर के नवीनतम आंकड़ों की जानकारी ली। कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि इंदौर का पॉजिटिविटी रेट कम हुआ है, जो लगभग 6.6 प्रतिशत तक आ गया है। साथ ही संक्रमण का वार्ड में फैलाव भी बहुत कम हो गया है। शहर में केवल 1 वार्ड ऐसा है जहां 15 से ज्यादा एक्टिव प्रकरण हैं। संपूर्ण जिले में एक्टिव प्रकरणों की संख्या भी लगातार कम हो रही है। उन्होंने बताया कि करीब 125 लोग होम आइसोलेशन में रखे गए हैं। श्री नरोत्तम मिश्रा ने सेंपलिंग के संबंध में भी जानकारी ली। जिसके संबंध में संभागायुक्त डॉ पवन शर्मा ने बताया कि, जिले में करीब 1700 से 1900 टेस्ट किए जा रहे हैं। साथ ही 7 नई ट्रूनेट मशीन भी प्राप्त हुई हैं, जिसके कारण टेस्टिंग क्षमता और भी बढ़ जाएगी।
मंत्री श्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि प्रारंभ में दिल्ली-मुंबई एवं इंदौर के हालात एक जैसे ही थे। तीनों शहरों में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा था। परंतु मध्य प्रदेश सरकार तथा इंदौर जिला प्रशासन ने कड़ी मेहनत से स्थिति संभाली और अब इंदौर में स्थिति नियंत्रित है। इंदौर में आज दिनांक को 80 प्रतिशत बेड खाली हैं। इस दौरान ना केवल इंदौर बल्कि संपूर्ण राज्य ने कैपेसिटी बढ़ाने का कार्य भी किया और 2 हजार 574 सक्रिय प्रकरणों के विरुद्ध 20 हजार बेड की क्षमता प्राप्त की है। इसके अतिरिक्त आईसीयू वार्ड, वेंटिलेटर, पीपीई किट, दवा आदि सभी की समुचित मात्रा में उपलब्धता है। कोविड-19 संक्रमित सभी व्यक्तियों का इलाज भी निशुल्क रूप से कराया जा रहा है। इन सभी प्रयासों का परिणाम है कि, आज इंदौर का रिकवरी प्रतिशत 74 प्रतिशत तक पहुंच गया है। इन संपूर्ण तैयारियों के लिए शासन, प्रशासन तथा शहर वासी बधाई के पात्र हैं।

अनलॉक के बाद भी अपराध में आई है कमी।

मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा में इंदौर में कानून व्यवस्था की समीक्षा भी की। समीक्षा के दौरान आईजी विवेक शर्मा ने बताया कि, एक जून से अनलॉक के बाद हर तरह के अपराधों में कमी आई है। जिसका श्रेय पहले से की गई तैयारियों को जाता है। उन्होंने बताया कि अनलॉक के बाद से करीब 960 स्थाई वारंटी को गिरफ्त में लिया है। साथ ही आर्म्स एक्ट के तहत भी रिकॉर्ड कार्रवाई की गई है, जिसमें बड़ी संख्या में अवैध हथियारों को पकड़ा गया है। चाकूबाजी की घटनाओं के साथ मोबाइल चोरी, चैन खीचने आदि में भी त्वरित कार्रवाई कर संबंधित बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है।

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