25 जून से प्रारंभ होगा श्री लक्ष्मी वेंकटेश देवस्थान का सात दिवसीय ब्रह्मोत्सव एवं रथयात्रा महोत्सव

  
Last Updated:  June 24, 2022 " 12:20 am"

30 जून को सजेगा फूल बंगला, 1 जुलाई को निकलेगी भव्य रथयात्रा

इंदौर : श्री लक्ष्मी वेंकटेश देवस्थान, छत्रीबाग, इंदौर का सात दिवसीय ब्रह्मोत्सव एवं रथयात्रा महोत्सव 25 जून से 1 जुलाई 2022 तक मनाया जाएगा।इसके तहत महालक्ष्मीजी का महाअभिषेक, सामूहिक कुमकुम अर्चना, श्री वेंकटेश का महाभिषेक, छोटी रथयात्रा, वसंतोत्सव, प्रभु वेंकटेश का विवाहोत्सव, पुष्प बंगला और भव्य रथयात्रा का आयोजन होगा। महोत्सव की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। गुरुवार को पत्रकार वार्ता में ये जानकारी नागोरिया पीठाधिपति स्वामी श्री विष्णुप्रपन्नाचार्यजी महाराज ने दी।

25 जून को होगा ध्वजारोहण।

स्वामीजी ने बताया कि शनिवार, 25 जून को ध्वजारोहण के साथ ब्रह्मोत्सव एवं रथयात्रा महोत्सव का शुभारंभ होगा। दक्षिण भारत से पधारे भट्टर स्वामी और टीम द्वारा देवस्थान स्थित स्वर्ण खंब पर विधिविधान के साथ ध्वज चढ़ाया जाएगा। ध्वजारोहण वे स्वयं करेंगे।

26 जून को महालक्ष्मीजी का महाभिषेक।

ब्रह्मोत्सव के तहत रविवार, 26 जून को मंत्रोच्चार के बीच महालक्ष्मी जी की कुमकुम अर्चना होगी। इसी दिन महालक्ष्मी जी का पवित्र नदियों के जल और सुगंधित द्रव्यों से महाभिषेक भी होगा।

27 जून को प्रभु श्री वेंकटेश का महाभिषेक।

सोमवार 27 जून को प्रभु श्री वेंकटेश का महाभिषेक किया जाएगा। इसके बाद संत सभा होगी। रात में प्रभु वेंकटेश की छोटी रथयात्रा छत्रीबाग में भ्रमण करेगी।

28 जून को वसंतोत्सव।

मंगलवार, 28 जून को वसंतोत्सव मनाया जाएगा, इसमें प्रभु वेंकटेश का चंदन, हल्दी, आंवला, अरिठा से महाभिषेक होगा। इसके बाद तिरुपावडा याने इमली के चांवल से निर्मित तिरुपति बालाजी के दर्शन भक्तों को होंगे। इमली चांवल का प्रसाद भी भक्तों को वितरित किया जाएगा। शाम के सत्र में गरुड़ वाहन पर प्रभु वेंकटेश की सवारी शोभायात्रा निकलेगी।

29 जून को विवाहोत्सव।

बुधवार, 29 जून को प्रभु वेंकटेश का विवाहोत्सव मनाया जाएगा, इस मौके पर प्रभु वेंकटेश की बारात निकलेगी। विवाह की रस्में अदा की जाएंगी। रात्रि में परकाल स्वामी की लीला का आयोजन होगा।

30 जून को सजेगा फूल बंगला।

गुरुवार 30 जून को वृंदावन के कलाकारों द्वारा प्रभु वेंकटेश का दिव्य फूल बंगला सजाया जाएगा। नए और मनोहारी स्वरूप में सजे इस फूल बंगले के की छटा श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र रहेगी। फूल बंगले के निर्माण में करीब 15 क्विंटल फूलों का उपयोग किया जाएगा।

1 जुलाई को निकलेगी भव्य रथयात्रा।

शुक्रवार, 1 जुलाई को प्रभु वेंकटेश चांदी के रथ पर सवार होकर नगर भ्रमण पर निकलेंगे। प्रभु वेंकटेश का रथ, भक्तजन अपने हाथों से खींचते हुए चलेंगे।

श्री रामानुज स्वामीजी के जीवन काल पर होंगे सात दिवसीय दर्शन।

आयोजकों के अनुसार ब्रह्मोत्सव में रामानुज संप्रदाय के आचार्य श्री रामानुज स्वामीजी के जीवन काल के साथ ही धर्म प्रचार के विशेष दर्शन होंगे।

पत्रकार वार्ता में ब्रह्मोत्सव समिति के रवींद्र धूत, पंकज तोतला, संपत धूत, सत्यनारायण शर्मा, पवन लढा, कल्याण मंत्री, राजेंद्र सोनी, नितिन तापड़िया, पुखराज सोनी, केदारमल जाखेटिया, सुनील अग्रवाल, मनोज कुईया, ओमप्रकाश हेडा, बालकिशन सिंगी, महेंद्र नीमा, कैलाश मुंगड़, सुरेश राठी, पवन व्यास, आशीष लढा, भरत तोतला, गिरीश जाखेटिया सहित अन्य सहयोगी मौजूद रहे।

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