30 जून तक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में होने लगेगा मरीजों का इलाज..?

  
Last Updated:  May 21, 2020 " 04:12 am"

इंदौर : बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने
कमिश्नर आकाश त्रिपाठी और कलेक्टर मनीष सिंह के साथ एमवाय अस्पताल परिसर स्थित निर्माणाधीन सुपर स्पेशलिटी सेंटर का निरीक्षण किया। आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।उन्होंने सभी सिविल वर्क 15 जून तक पूरा करने और 30 तक हर हाल में अस्पताल शुरू करने के निर्देश दिए।
कमिश्नर आकाश त्रिपाठी ने बताया कि इंदौर की बढ़ती हुई आबादी और कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुये इस अस्पताल की सख्त जरूरत है।इंदौर शहर में इंदौर संभाग, उज्जैन संभाग और हरदा जिले के मरीज मुख्य रूप से इलाज कराने आते है। इस लिये इंदौर में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार की बेहद जरूरत है। इस अस्पताल के लिये आवश्यक मशीनों की खरीदी की जा रही है और डॉक्टरों तथा पैरामेडिकल स्टॉफ की भर्ती प्रक्रिया जारी है। एक माह में भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली जायेगी।

कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि इस अस्पताल के निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। कोविड-19 के मरीजों की संख्या को देखते हुये इस अस्पताल को डेडलाइन के पूर्व ही शुरू करने का पूरा प्रयास करेंगे। राज्य शासन द्वारा इस अस्पताल के लिये पदों की स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। अस्पताल में एक सप्ताह के अंदर विद्युत कार्य पूरा हो जायेगा और नगर निगम इंदौर द्वारा नर्मदा पाइप लाइन का पेयजल कनेक्शन भी एक सप्ताह में मिल जायेगा। ऑक्सीजन की पाइप लाइन डाली जा रही है। संघन चिकित्सा इकाई कक्ष का काम जारी है।

400 बिस्तरों का अस्पताल 30 जून तक शुरू हो जाएगा।

इस अवसर पर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण को देखते हुये इस अस्पताल को शीघ्रातीशीघ्र पूरा करने की जरूरत है। भवन निर्माण का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। 90 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। यह अस्पताल लगभग 365 करोड़ रूपये की लागत से बनाया जा रहा है। 400 बिस्तरों वाला यह अस्पताल 30 जून तक पूरा हो जायेगा। जुलाई के प्रथम सप्ताह में यह अस्पताल काम करना शुरू कर देगा। यह अस्पताल कोविड-19 के मरीजों के इलाज के लिये इस्तेमाल किया जायेगा। ग्राउंड फ्लोर पर एक्सरे, एमआरआई मशीन और पैथोलॉजी सेंटर बनाया जा रहा है। ऊपर की मंजिल पर बेड होंगे। मशीनें खरीदने और लगाने का काम तेजी से चल रहा है। लिफ्ट का काम शीघ्र पूरा हो जायेगा। फर्श और टाइल्स लगाने का काम लगभग पूरा हो गया है।

इस अवसर पर अस्पताल के नोडल अधिकारी चन्द्रमौलि शुक्ला, डीन एमजीएम मेडिकल कॉलेज ज्योति बिंदल, सुपर स्पेशलिटी सेंटर के मेडिकल प्रभारी डॉ. ए.डी. भटनागर और डॉ. राहुल रोकड़े आदि मौजूद थे।

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