इंदौर : बीते कई दिनों से 100 के पार चल रहा कोरोना संक्रमण का आंकड़ा गुरुवार को कम तो हुआ पर टेस्टिंग के अनुपात में संक्रमण की दर साढ़े छह फीसदी से ज्यादा रही। आंकड़ों की बाजीगरी में माहिर स्वास्थ्य विभाग ने मृत्यु दर को कम करने के लिए अप्रैल माह में कोरोना से हुई मौतों पर फिर पर्दा डाल दिया है। सीएमएचओ कार्यालय से जारी किए जा रहे बुलेटिन में बीते दो- तीन दिनों से अप्रैल माह के मौतों के आंकड़े जोड़ना बन्द कर दिया गया है। दरअसल एसीएस मोहम्मद सुलेमान ने गुरुवार को अधिकारियों की बैठक बुलाकर इंदौर में कोरोना की स्थिति की समीक्षा की। उनके समक्ष बेहतर छवि पेश कर वाहवाही लूटने के लिए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने आंकड़ों की यह बाजीगरी की। इससे वर्तमान मृत्यु दर एकदम नीचे आ गई। एसीएस के समक्ष इसे प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने अपनी उपलब्धि के बतौर पेश किया। एसीएस सुलेमान ने भी इस पर खुशी जताई। बाद में मीडिया कर्मियों से चर्चा में भी उन्होंने इसका जिक्र किया।
99 नए मरीज मिले, 1 की मौत।
गुरुवार के कोरोना से जुड़े आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो 1223 सैम्पल जांच के लिए भेजे गए। 1565 सैम्पलों की जांच की गई। 1444 सैम्पल निगेटिव पाए गए जबकि 99 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। 22 सैम्पल रिपीट पॉजिटिव निकले। गुरुवार का संक्रमण का औसत निकाला जाए तो वह साढ़े छह फीसदी से ज्यादा रहा। गुरुवार को 1 मरीज की मौत की पुष्टि की गई। इसे मिलाकर अब तक कुल 302 मरीजों की मौत कोरोना से हो चुकी है।
सवा लाख से ज्यादा हो चुकी है टेस्टिंग।
इंदौर में कोरोना की आज दिनांक तक की स्थिति देखी जाए तो कुल 126835 सैम्पलों की जांच की गई है। इनमें से 6556 सैम्पल पॉजिटिव पाए गए। हालांकि 70 फीसदी मरीज ठीक हो चुके हैं।
30 मरीज कोरोना को हराकर घर लौटे।
गुरुवार को 30 मरीज कोरोना पर विजय पाकर घर लौटे। इन्हें मिलाकर कुल 4549 मरीज कोरोना को शिकस्त दे चुके हैं।