इंदौर : एक चुनावी सभा में पूर्व सीएम कमलनाथ द्वारा मंत्री इमरती देवी के खिलाफ की गई अमर्यादित टिप्पणी को बीजेपी ने महिलाओं के सम्मान से जोड़ते हुए सोमवार को प्रदेशव्यापी मौन धरना- प्रदर्शन किया।
इंदौर में राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में रीगल तिराहा स्थित गांधी प्रतिमा पर मौन धरना दिया गया। धरने में सिंधिया के साथ मंत्री उषा ठाकुर, सांसद शंकर लालवानी, विधायक महेंद्र हार्डिया, रमेश मेंदोला, आकाश विजयवर्गीय, मालिनी गौड़, नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता, प्रदेश वार्ताकार जेपी मूलचंदानी, उमेश शर्मा, जयंत भिसे, अंजू माखीजा, डॉ. दिव्या गुप्ता, सहित बीजेपी के तमाम नेता,कार्यकर्ता और महिला मोर्चे की कार्यकर्ता भी बड़ी तादाद में शामिल हुई।
जो मातृशक्ति का करते अपमान, वहीं सबसे बड़े शैतान।
धरना प्रदर्शन भले ही मौन रहा हो लेकिन नेताओं, महिला नेत्रियों व कार्यकर्ताओं के हाथों में नारे लिखी तख्तियां सब कुछ बयान कर रहीं थीं। इन तख्तियों पर
मातृशक्ति का ये अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान, ‘दम्भ में डूबी कांग्रेस, नेता हैं अहंकारी,मा- बहनों का अपमान पड़ेगा इनको भारी जैसे नारे लिखे हुए थे।
मंच पर पीछे लगे बैनर पर लिखा था, ‘जो मातृशक्ति का करते अपमान वो हैं सबसे बड़े शैतान।’
मंच के अलावा पूरे गांधी प्रतिमा परिसर में बैठे बीजेपी कार्यकर्ता भी हाथों में तख्तियां लिए इस धरना- प्रदर्शन का हिस्सा बनें। उमस भरे मौसम में सुबह 10 से 12 बजे तक किए गए इस धरना प्रदर्शन में पसीने से लथपथ होते हुए भी तमाम नेता व कार्यकर्ता डटे रहे।
मीनाक्षी नटराजन के पोस्टर ने खींचा ध्यान।
धरना- प्रदर्शन स्थल पर राजनीति में सक्रिय उन महिलाओं के बड़े आकार के पोस्टर भी लगाए गए थे, जो कभी न कभी कांग्रेसी नेताओं के आपत्तिजनक बयानों का शिकार हुई थीं। इनमें इमरती देवी के साथ ही वर्तमान केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, स्मृति ईरानी, हेमामालिनी, साध्वी प्रज्ञा, रीति पाठक और मीनाक्षी नटराजन के पोस्टर शामिल थे। बीजेपी के धरना प्रदर्शन में मीनाक्षी नटराजन का पोस्टर चर्चा का विषय रहा क्योंकि वह कांग्रेस की नेता हैं। मंदसौर से लोकसभा का चुनाव लड़ने के दौरान एक सभा में दिग्विजय सिंह ने उनके लिए ‘सौ टंच माल’ जैसे शब्द का उपयोग किया था, जिसकी उस समय खूब आलोचना हुई थी। उसी की याद दिलाते हुए बीजेपी ने मीनाक्षी के पोस्टर के जरिए यह बताने का प्रयास किया की कांग्रेस का चरित्र महिला विरोधी है। उसके नेता अपनी पार्टी की महिला नेताओं के प्रति भी अमर्यादित टिप्पणियों से बाज नहीं आते।