इंदौर : बायपास पर हथियार अड़ाकर सिलसिलेवार लूट करने वाले गिरोह के दो इनामी बदमाश पुलिस की गिरफ्त में आए हैं। कई किलोमीटर पीछा कर राजेंद्र नगर थाना पुलिस ने दोनों बदमाशों को धर दबोचा। पकड़े गए बदमाश राजेंद्र नगर थाना इलाके में बीते दिनों फ़ूड डिलीवरी बॉय को न्यूयार्क सिटी के करीब चाकू की नोक पर लूटकर फरार हो गए थे। आरोपियो ने एक ही दिन में विभिन्न थाना इलाको में लूट की की वारदातों को अंजाम दिया था। गिरोह के अन्य साथी थाना बेटमा और राजेंद्र नगर में गिरफ्तार हो चुके हैं। दोनों बदमाशों की गिरफ्तारी पर पांच पांच हजार रुपये का इनाम घोषित था।
बता दें कि बीती 28-29 अगस्त की शाम व रात में बायपास पर लूट की कई वारडातें हुई थीं। सभी वारदातों में एक ही गिरोह की भूमिका पाई गई थी। इस गिरोह ने राजेन्द्र नगर में फ़ूड डिलीवरी बॉय को लूट का शिकार बनाने के बाद बदमाशो ने उसी रात में बेटमा में एक व्यापारी पर चाकुओं से हमला कर लूट की थी, दो बदमाशों को बेटमा पुलिस ने हिरासत में लिया था।
उस समय से ही यह दोनों उनके साथी फरार चल रहे थे। पुलिस लगातार दोनों आरोपियो की धरपकड़ के लिए प्रयास कर रही थी। राजेन्द्र नगर पुलिस को जरिये मुखबिर सूचना प्राप्त हुई थी कि शनिवार रविवार की दरमियानी रात दो बदमाश स्कीम नम्बर 140 के खाली मैदान में हैं,और उनके पास जो वाहन है वह पूर्व में लूट की वारदात में प्रयुक्त किया गया प्रतीत होता है, सूचना मिलते ही राजेंद्रनगर पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपियो को गिरफ्तार करने का प्रयास किया बदमाश बायपास से भागने लगे। पुलिस लगातार पीछा करती रही, और इलाके की विभिन्न बीट और पीसीआर को अलर्ट किया,इस दौरान बायपास पर स्थित न्यूयार्क सिटी के अंधेरे का फ़ायदा उठाकर बदमाश पुल के नीचे भागने लगे, इस दौरान वहां कीचड़ होने से बदमाशों की मोटरसाइकिल फिसल गई,और आरोपियो को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के नाम चेतन पिता जगदीश मालवीय उम्र 19 वर्ष निवासी निपापिया काकड़ तथा रवि पिता परमानन्द मावी उम्र 21 वर्ष निवासी 134 नया बसेरा छोटी खजरानी बताए गए हैं।
इसी गिरोह के मास्टरमाइंड विकास उर्फ दाऊ पिता गोविंद पीपलदे निवासी नया बसेरा छोटी खजरानी को राजेन्द्र नगर पुलिस ने गुजरात के आनन्द से गिरफ्तार किया था,जो कि पुलिस रिमांड पर है। गिरफ्तार आरोपियों पर दर्जनों अपराध दर्ज हैं। आरोपी अक्सर बायपास हाइवे पर स्थित पुल को वारदात को अंजाम देने के लिए चिन्हित करते थे।