इंदौर : दिल्ली के ऑटो मोबाइल व्यवसायी का लैपटॉप और लाखों रुपयों से भरा बैग ऑटो में छूट गया था, पर इंदौर पुलिस की त्वरित कार्रवाई से वापस मिल गया। बैग मिलते ही व्यवसायी ने राहत की सांस ली और इंदौर पुलिस को धन्यवाद दिया।
ये था मामला।
गुरुवार शाम दिल्ली में रहने वाले ऑटोमोबाइल व्यवसायी सुरेश कतियाल (68) छोटी ग्वालटोली थाने पहुंचे। वे अपने व्यवसाय के सिलसिले में इंदौर आए थे। गुरुवार रात उन्हें फ्लाइट से वापस दिल्ली लौटना था। उन्होंने एयरपोर्ट जाने के लिए ओला से ऑटो रिक्शा बुक किया था। ऑटो रिक्शा चालक ने पहले पेट्रोल पंप के पास बुलाया बाद में लोकेशन बदलकर वह एक मंदिर के पास बुलाने लगा। जब सुरेश कातियाल को आखिरकार रिक्शा मिला तो ड्राइवर ने कहा कि उसने बुकिंग कैंसिल कर दी है। तब तक सुरेश रिक्शा में अपना बैग रख चुके थे। वे दूसरा रिक्शा देख रहे थे, इस बीच रिक्शा चालक वहां से चला गया। काफी देर तक वे रिक्शा की तलाश करते रहे। ऑटो चालक को उन्होंने कई बार फोन भी लगाया लेकिन वह फोन नहीं उठा रहा था। इसके बाद वे तुरंत छोटी ग्वालटोली थाने पहुंचे। उन्होंने टीआई सविता चौधरी को घटना से अवगत कराते हुए बताया कि बैग में दो लाख रूपए और लैपटॉप रखा है।
पुलिस थाना छोटी ग्वालटोली ने रिक्शा चालक से बात की और उसे थाने बुलाया। उसने बताया की वह सवारी लेकर देवगुराडिया आ गया है। पुलिस लगातार उसे संपर्क करती रही जिसके चलते वह थाने आया। रिक्शा में व्यवसायी का बैग मिल गया। उसमें लैपटॉप और दो लाख रूपए सुरक्षित रखे थे। रिक्शा चालक से पूछताछ की गई तो उनका कहना था कि सवारी मिलने पर वह चला गया था। उसे नही पता था की बैग गाड़ी में रह गया है, सवारी ने ही उसे पीछे सीट पर रख दिया था और वह दूसरी सवारी लेकर निकल गया था तो बैग नहीं लौटा पाया। उसने व्यवसायी सुरेश से माफी भी मांग ली। पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई के चलते व्यवसायी को उसका बैग मिल गया।
व्यवसायी सुरेश ने अपना बैग पाकर इंदौर पुलिस की तत्परता की प्रशंसा की और थाना छोटी ग्वालटोली की टीम को धन्यवाद दिया।
इस काम में टीआई छोटी ग्वालटोली सविता चौधरी के निर्देशन में उप निरीक्षक टीना शुक्ला लाड, प्र. आ बसंत, पृथ्वीराज, सिपाही पंकज, धर्मवीर और संजय की सराहनीय भूमिका रही।