आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, ऊर्जा डेस्क प्रभारी और बाल संरक्षण अधिकारी ने लिया कार्यशाला में भाग।
इंदौर : जिला प्रशासन, पुलिस विभाग और महिला बाल विकास विभाग के समन्वय से “महिला बाल सुरक्षा सहयोग” कार्यशाला का आयोजन पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय, इंदौर में किया गया। यह आयोजन पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त मुख्यालय मनीषा पाठक सोनी, एडिशनल एस.पी. सौम्या जैन और जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास विभाग रामनिवास बुधौलिया के मार्गदर्शन में किया गया। कार्यशाला में महिला एवं बाल विकास विभाग से आँगनवाड़ी कार्यकर्ता, ऊर्जा डेस्क प्रभारी एवं बाल संरक्षण अधिकारी को प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण के तहत मेघा नामदेव (कंसल्टेंट पेरा लीगल ट्रेनर) द्वारा महिलाओं के साथ होने वाली हिंसा, हिंसा के प्रकार, घरेलू हिंसा अधिनियम, एफआईआर एवं डी.आई.आर. फॉर्मेट की जानकारी दी गई। अविरल विकास खरे ( एडवोकेट, हाई कोर्ट) द्वारा बच्चों के साथ होने वाली हिंसा एवं पॉक्सो कानून, जे.जे. एक्ट, किशोर न्याय बोर्ड के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। साथ ही आंगनवाड़ी कार्यकर्ता होने के नाते क्या जिम्मेदारी है, के बारे में भी बताया। कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीड़न अधिनियम के बारे में भी जानकारी दी गई।
महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी रामनिवास बुधोलिया ने महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा से जुड़े मुद्दों में विभाग की भूमिका से अवगत कराया। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में जानकारी दी।
वन स्टॉप सेंटर प्रशासक एवं नोडल सेफ सिटी कार्यक्रम अधिकारी डॉ. वंचना सिंह परिहार द्वारा वन स्टॉप सेंटर,सेफ सिटी कार्यक्रम,ऊर्जा डेस्क, हेल्पलाइन नंबर्स आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
पुलिस कमिश्नर हरिनारायण मिश्र ने कार्यशाला के समापन अवसर पर उपस्थित प्रतिभागियों को फील्ड में परस्पर समन्वय स्थापित करते हुए महिला एवं बच्चों को ज्यादा से ज्यादा सुरक्षा एवं संरक्षण प्रदान करने के निर्देश दिए गए।