अधिकारियों के सामने जिंदा जल गई मां – बेटी।
दोनों को बचाने में पति भी बुरीतरह झुलसा।
कानपुर : उत्तरप्रदेश के कानपुर देहात में अतिक्रमण हटाने के दौरान मां-बेटी की जिंदा जलने से मौत हो गई।बताया जाता है कि स्थानीय पुलिस-प्रशासन के अधिकारी सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटाने पहुंचे थे,उसी दौरान प्रशासन की कार्रवाई का विरोध करते हुए एक महिला चिल्लाते हुए दौड़कर अपनी झोपड़ी में चली गई और अंदर से दरवाजा बंद कर खुद को आग लगा ली। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर उसे बाहर निकालने का प्रयास किया पर तब तक झोपड़ी भी आग की चपेट में आ गई। झोपड़ी में महिला व उसके साथ मौजूद उसकी बेटी, पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के सामने जिंदा जल गए। पत्नी व बेटी को बचाने में पति कृष्ण गोपाल बुरी तरह झुलस गया। मैथा तहसील के मड़ौली गांव की यह घटना बताई गई है।मृतक महिला की शिनाख्त प्रमिला दीक्षित (41) और बेटी (21) की नेहा दीक्षित के रूप में हुई।
इस दर्दनाक घटना से ग्रामीण आक्रोशित हो गए। उन्होंने पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों पर हमला कर दिया।अधिकारियों ने जैसे – तैसे भागकर अपनी जान बचाई।
एसडीएम, एसएचओ सहित 40 के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज।
इस दिल दहला देने वाली घटना से पूरे यूपी में बवाल मच गया।विपक्षी दलों ने योगी सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए उसे इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया। मृतक महिला व युवती के परिजनों की शिकायत पर स्थानीय एसडीएम, एसएचओ, लेखपाल सहित 40 लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।