Happy Mother’s Day ♥️
♦️कीर्ति सिंह गौड़♦️
एक बेटा माँ की नज़र उतार रहा रहा है
उसका बिखरा हुआ कल आज संवार रहा है
माँ का चेहरा उतरा हुआ देखा तो
बेटे को ख़याल आया
उसे उसका बचपन याद आया
जब माँ राई नमक लेकर उसके
ऊपर से उसारा करती थी
अपने मुरझाए लाड़ले की
नज़र उतारा करती थी
आज वही माँ ख़ुद मुरझाई हुई
बिस्तर से उठने की बार बार
नाकाम कोशिशें कर रही है
और अपनी इस हालत पर
अफ़सोस कर रही है
कभी माँ अपने बेटे के
सिरहाने बैठा करती थी
बेटा जल्दी से ठीक हो जाए
एक टक उसकी ओर
कुछ यूँ देखा करती थी
आज अपनी इस हालत पर भी
माँ अफ़सोस कर रही है
अपने लिए बेटे को यूँ परेशान देख
ख़ुद को कोस रही है
पर अपने प्रति उसकी चिंता ने
माँ को आश्वस्त किया है
उसकी परवरिश ने जैसे
उसे जीवन-भर का भरोसा दिया है।
Facebook Comments