जाल सभागृह में गुरुवार शाम आयोजित होगा कविता, चित्रकला और संगीत की त्रिवेणी से सजा यह अनूठा कार्यक्रम।
स्व. चंद्रकांत देवताले की कविताओं, वायलिन वादन, पेंटिंग और स्मृतियों का संगम होगा ‘पानी का दरख़्त’
इंदौर : समकालीन हिंदी कविता के शीर्ष कवि चंद्रकांत देवताले की स्मृति में उनकी कविताओं पर आधारित एक अनूठा आयोजन ‘पानी का दरख़्त’ उनके जन्मदिन गुरुवार, सात नवम्बर को इंदौर के जाल सभागृह में आयोजित किया गया है। स्व. देवताले की बिटिया अंतराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वायलिन वादिका अनुप्रिया देवताले की संकल्पना से आयोजित यह कार्यक्रम कविता, चित्रकला एवं संगीत की त्रिवेणी से सजा है।
कार्यक्रम जाल सभागृह में शाम को ठीक साढ़े छह बजे से प्रारंभ होगा। अनुप्रिया देवताले के वायलिन वादन के बीच बहुविध संस्कृतिकर्मी आलोक बाजपेयी चंद्रकांत देवताले की कविताओं का भावानुकूल वाचन करेंगे, इसी अनुक्रम में लब्ध प्रतिष्ठित चित्रकार सीरज सक्सेना कैनवास पर लाइव चित्र बनाएंगे। जीवेश आनंद ने कार्यक्रम के लिए विशेष सांगीतिक ट्रैक्स का निर्माण किया है। आयोजन में देवताले के जीवन एवं रचना संसार के अनछुए पहलुओं को भी याद किया जाएगा।
आयोजन समिति के सत्यनारायण व्यास ने बताया कि चंद्रकांत देवताले की स्मृतियों को समर्पित ये आयोजन सभी साहित्य एवं संस्कृतिप्रेमियों के लिए खुला है।