योग हमारी प्राचीन परंपरा का अमूल्य उपहार है : डॉ. घनघोरिया

  
Last Updated:  June 21, 2025 " 07:53 pm"

इंदौर : एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अरविन्द घनघोरिया का कहना है कि योग हमारी प्राचीन परंपरा का अमूल्य उपहार है। योग, मन, शरीर, विचार और क्रिया की एकता का प्रतीक है। योग से एक समग्र दृष्टिकोण विकसित होता है जो हमारे स्वास्थ्य और हमारी भलाई के लिए मूल्यवान है। योग केवल व्यायाम नहीं है; यह स्वयं, दुनिया और प्रकृति के साथ एकता की भावना की खोज करने का एक तरीका है।डीन डॉ. घनघोरिया अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे।

बता दें कि इस साल योग दिवस की थीम ‘योगा फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ’ यानी ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग’ तय की गई है।

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