इंदौर : नंदानगर रोड नम्बर एक पर चल रहे संगीतमय भागवत ज्ञान यज्ञ में रुक्मिणी विवाह प्रसंग आस्था व उल्लास के साथ मनाया गया। कृष्ण व रुक्मिणी ने जैसे ही एक- दूसरे के गले में वरमाला डाली, समूचा पांडाल हर्षध्वनि और प्रभु के जयघोष से गूंज उठा। महिलाओं ने मंगल गीत गाकर अपनी खुशी का इजहार किया।
इस मौके पर अपने विचार रखते हुए पंडित नारायण शास्त्री ने कहा कि भारत भूमि सामाजिक मर्यादाओं के दायरे में रहकर ही फलफूल रही है। विवाह हमारी संस्कृति का श्रेष्ठतम अलंकरण है। भगवान कृष्ण और रुक्मिणी का विवाह नारी शक्ति के प्रति मंगल भाव का सूचक है। विवाह एक अटूट बन्धन है जो मर्यादा और धर्म- संस्कृति का प्रतीक है।
प्रारम्भ में सचिन, भरत कुशवाह, ललिता राठौड़, अर्चना पांडे, कामिनी पाटिल, प्रियंका, रचना कुशवाह आदि ने व्यासपीठ का पूजन किया। शाम को आरती में विधायक आकाश विजयवर्गीय, पार्षद चंदू शिंदे, विजय मित्तल सहित अनेक विशिष्टजनों ने भाग लिया।
भागवत ज्ञान यज्ञ में मनाया गया रुक्मिणी विवाह प्रसंग
Last Updated: November 26, 2019 " 05:49 pm"
Facebook Comments