इंदौर : मस्तिष्क में असामान्य विद्युत तरंगे उत्पन्न होने से मिर्गी रोग होता है।मिर्गी की बीमारी कई तरह की होती है। 70 फीसदी मामलों में तीन से पांच वर्ष तक नियमित रूप से दवाइयां लेने पर मिर्गी के दौरे नियंत्रित हो जाते हैं। 30 फीसदी मामलों में नियमित दवाइयां लेने पर भी दौरे नियंत्रित नहीं हो पाते। इन्हें सर्जरी के जरिये नियंत्रित किया जा सकता है।
ये बात न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. नाडकर्णी ने कही।वे इंदौर मिर्गी रोग विशेषज्ञ एसो. और गीता भवन हॉस्पिटल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित शिविर में बोल रही थीं। अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. आरके गौड़ ने मरीजों को नियमित दवाई लेने की सलाह दी। गीता भवन ट्रस्ट के न्यासी रामविलास राठी इस दौरान अतिथि के बतौर मौजूद रहे।
शिविर में डॉ. एके कुचेरिया ने मरीजों का निःशुल्क परीक्षण किया। अनिता मोटवानी और नीलम रानडे ने मरीजों को मुफ्त दवाइयां वितरित की।
अधिकांश मरीजों में नियंत्रित हो सकते हैं मिर्गी के दौरे..
Last Updated: February 4, 2020 " 12:43 pm"
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