अपनी अपेक्षाओं का बोझ बच्चों पर न डाले परिजन
बच्चों को चुनौतियों से जूझना और असफलता से न घबराने की दें सीख। खेलकूद व रचनात्मक गतिविधियों में भाग लेने के लिए करें प्रेरित। प्लानिंग के साथ पढ़ाई करें स्टूडेंट्स, बीच – बीच में ब्रेक लेते रहें। पर्याप्त नींद लें, पौष्टिक आहार लें। बच्चों में तनाव या डिप्रेशन के लक्षण पाए जाने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लें । अवर लाइव इंडिया. कॉम से चर्चा में बोली मनोचिकित्सक डॉ. अनुभूति उपाध्याय। इंदौर : परीक्षा का नाम सुनते ही नव युवाओं और पढ़े