राफेल पर लोकसभा में छिड़ी जुबानी जंग

  
Last Updated:  January 2, 2019 " 05:47 pm"

नई दिल्ली: राफेल सौदे को लेकर लोकसभा में बहस के दौरान भारी हंगामा हुआ। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक ऑडियो टेप के सदन में चलाने की अनुमति मांगी जिसका बीजेपी सदस्यों ने विरोध किया। स्पीकर ने भी ऑडियो टेप चलाने की मंजूरी नहीं दी। मंत्री अरुण जेटली ने टेप को फर्जी बताते हुए उसकी सत्यता की लिखित पुष्टि करने की चुनौती राहुल गांधी को दी। हालांकि राहुल ने ऐसा नहीं किया। उन्होंने सीधे पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि राफेल सौदे में hal को दरकिनार कर नाकाम बिजनेसमैन अनिल अंबानी को लाभ पहुंचाया गया है। राहुल ने कहा कि वायुसेना की जरूरत 126 लड़ाकू विमानों की थी, यूपीए शासन के दौरान बातचीत भी 126 विमानों को लेकर हुई थी, फिर 36 हवाई जहाज ही क्यों खरीदे गए। उन्होंने कहा कि राफेल सौदे में कीमत, प्रक्रिया और सरपरस्ती को लेकर देश पीएम मोदी से सवाल कर रहा है।
राहुल ने दावा किया कि फ्रांस के तत्कालीन राष्ट्रपति ने उनसे कहा था कि अनिल अंबानी की कंपनी को ऑफसेट पार्टनर बनाने के लिए उनसे पीएम मोदी ने कहा था।

आज तक एक भी विमान क्यों नहीं आया..?

राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर विमान लेने की जल्दी थी तो आज तक एक भी विमान वायुसेना को क्यों नहीं मिला। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने अपने डिअर फ्रेंड अनिल अंबानी को लाभ पहुंचाने के लिए ये सौदा किया। राहुल ने कहा कि पीएम मोदी में हिम्मत नहीं है कि वो सदन में आकर मेरे सवालों का जवाब दें।

झूठ बोल रहे हैं राहुल- जेटली

राहुल गांधी के आरोपों की झड़ी के बाद सरकार की ओर से वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मोर्चा संभाला। उन्होंने ऑडियो टेप को फर्जी बताने के राहुल गांधी पर जोरदार पलटवार किया। जेटली ने कहा कि राहुल गांधी बीते 6 माह से लगातार झूठी बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कथित टेप को गोआ के सीएम और मंत्री दोनों खारिज कर चुके हैं। जेटली ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें लड़ाकू विमानों के बारे में सामान्य जानकारी तक नहीं है।
जेटली ने कहा कि फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद जिसका हवाला राहुल गांधी दे रहे हैं, के बयान को फ्रांस सरकार खारिज कर चुकी है। राफेल की कीमत को लेकर उठाए गए सवाल पर जेटली ने कहा कि कुछ परिवारों और नेताओं को पैसे का गणित ही समझ मे आता है, देश की सुरक्षा का नहीं।

बोफ़ोर्स, नेशनल हेराल्ड और अगस्ता को लेकर राहुल पर निशाना

राहुल गांधी को आड़े हाथों लेते हुए केंद्रीय मंत्री जेटली ने बोफ़ोर्स, नेशनल हेराल्ड और अगस्ता घोटालों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि तीनों घोटालों में गांधी परिवार पर उंगली उठाई गई है।

यूपीए ने देश की सुरक्षा से किया खिलवाड़

जेटली ने आरोप लगाया कि यूपीए सरकार ने देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया। कारगिल युद्ध के समय वायुसेना को आधुनिक लड़ाकू विमान की जरूरत महसूस हुई। 2007 में यूपीए सरकार ने राफेल खरीदी को मंजूरी दी। 2012 में राफेल की फ़ाइल मंजूरी के लिए तत्कालीन रक्षामंत्री के पास आती है। उनपर पार्टी का दबाव था इसलिए उन्होंने खरीदी प्रक्रिया पर पुनर्विचार की सिफारिश की। वायुसेना की जरूरत को दरकिनार कर यूपीए सरकार ने देश की सुरक्षा को दांव पर लगा दिया। जेटली ने कहा कि हमारी सरकार आने पर वायुसेना के अधिकारियों ने कहा था कि उनके पास अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों की कमीं है। इसीलिए राफेल सौदे को अंजाम दिया गया।
राफेल सौदे पर बहस के दौरान हंगामा होता रहा।विपक्षी सदस्यों ने कागज के विमान बनाकर सदन में उड़ाए और सौदे पर अपना विरोध जताया।

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