इंदौर : जातिगत आरक्षण समाप्त कर आर्थिक आधार पर आरक्षण लागू करने की मांग और एट्रोसिटी एक्ट के खिलाफ राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना ने आंदोलन छेड़ दिया है। इसके तहत रविवार को विशाल रैली निकालने के साथ जनसभा की गई। बड़ी तादाद में लोग रैली में शामिल हुए। अन्य सवर्ण समाजों के प्रतिनिधियों ने भी करणी सेना की मांगों से सहमति जताते हुए अपना समर्थन दिया। इस दौरान केंद्र व राज्य सरकार को चेताया गया कि यदि उनकी मांगे नहीं मानी गई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
रैली में उमड़ी भारी भीड़।
श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना ने रैली व जनसभा की तैयारियां करीब तीन माह पूर्व से ही शुरू कर दी थी। राजपूत समाज के साथ ही अन्य सवर्ण समाज और ओबीसी संगठनों के प्रतिनिधियों से चर्चा उनका भी सहयोग आंदोलन में सुनिश्चित किया गया। पिछले माह राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के पदाधिकारियों ने पत्रकार वार्ता के जरिये 15 सितंबर को रैली और जनसभा का ऐलान कर दिया था। जिला व पुलिस प्रशासन को भी इसकी जानकारी दे दी गई थी। उसी अनुक्रम में रविवार को राजपूत समाज के लोग बॉम्बे हॉस्पिटल के समीप महालक्ष्मी नगर के सामने स्थित मैदान में एकत्रित हुए। समूचे मप्र, राजस्थान, महाराष्ट्र व हरियाणा आदि राज्यों से भी लोग महारैली में शामिल होने इंदौर आए थे। रैली मार्ग को पोस्टर- होर्डिंग से पाट दिया गया था। बरसते पानी के बीच तय समय से लगभग दो घंटे देरी से महारैली महालक्ष्मी नगर से प्रारम्भ हुई। बड़ी संख्या में महिलाएं भी महारैली में शरीक हुई। आरक्षण को आर्थिक आधार पर लागू करने और एट्रोसिटी एक्ट के प्रावधानों में बदलाव की मांग से जुड़े पोस्टर हाथों में लिए राजपूत युवा नारेबाजी करते हुए रैली में चल रहे थे। राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना लिखे हुए केसरिया झंडे रैली में लहराए जा रहे थे। रैली कितनी विशाल थी इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि उसे चौराहों से गुजरने में एक घंटे से अधिक समय लग रहा था। महालक्ष्मी नगर से विजय नगर, पाटनीपुरा, मालवा मिल और राजकुमार ब्रिज होते हुए रैली सभास्थल चिमनबाग पहुंची। पहले सभा चिमनबाग मैदान में होनेवाली थी पर लगातार बारिश से मैदान में कीचड़ हो गया था। इसके चलते चिमनबाग चौराहे पर मंच सजाकर सभा की गई।
केंद्र व राज्य सरकार को दी गई चेतावनी।
सभा में मौजूद हजारों लोगों को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर और राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने पुरजोर शब्दों में कहा कि आरक्षण का आधार आर्थिक ही होना चाहिए। जातिगत आरक्षण के चलते सामान्य वर्ग की प्रतिभाएं योग्य होते हुए भी अवसरों से वंचित हो रहीं हैं। उनका कहना था कि आरक्षण का लाभ आईएएस और आईपीएस अधिकारियों के बेटे- बेटियां ले रहे हैं जिन्हें आरक्षण की जरूरत ही नहीं है। उन्होंने पदोन्नति में आरक्षण को समाप्त करने की भी मांग की।
एट्रोसिटी एक्ट को लेकर उनका कहना था कि इसका भारी दुरुपयोग हो रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने बिना जांच के गिरफ्तारी पर रोक लगाई थी पर वोट बैंक की सियासत के चलते केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश को पलट दिया। सरकार को चाहिए कि वह एक्ट में किये गए बदलाव को तुरंत वापस लें।
सभा के बाद राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने अपनी मांगों का ज्ञापन केंद्र व राज्य सरकार को प्रेषित करने के लिए जिला व पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ को सौंपा। ज्ञापन के जरिये चेतावनी भी दी गई कि सरकारों ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
रैली के कारण लगा जाम।
राजपूत करणी सेना की महारैली के कारण यातायात का कचूमर निकल गया। रैली मार्ग से जुड़े रास्तों को बेरिकेट लगाकर बन्द कर दिए जाने से वाहन चालक घंटों परेशान होते रहे। रैली निकलने के बाद भी काफी देर तक लोग जाम में फंसे रहे।