श्रीमद्भगवद्गीता जीवन की सार्थकता को सिद्ध करने का मार्ग है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दीं शुभकामनाएं।
इंदौर : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गीता महोत्सव का आयोजन प्रसन्नता और गर्व का विषय है। इस आयोजन को मूर्त रूप देने में हरियाणा सरकार की महत्वपूर्ण भूमिका है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गीता महोत्सव और गीता जयंती की देशवासियों, प्रदेशवासियों और हरियाणा सरकार को शुभकामनाएं दीं।
प्रदेश में 12 दिसम्बर तक होंगे विविध कार्यक्रम।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हरियाणा स्थित कुरूक्षेत्र वही स्थान है, जहां भगवान श्रीकृष्ण ने 5 हजार वर्ष पहले कौरव-पांडवों के युद्ध के बीच अर्जुन को कर्मवाद की शिक्षा प्रदान की थी। इसी के चलते धर्म ग्रंथ “गीता” की रचना हुई। लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक द्वारा कर्मवाद की शिक्षा के आधार पर की गई पुस्तक की रचना से शहीद भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, राजगुरू जैसे क्रांतिकारियों ने प्रेरणा लेकर देश की आजादी के लिए संघर्ष किया। भगवान श्रीकृष्ण द्वारा पवित्र भाव से जीवन के रहस्य की व्याख्या करने वाला संवाद श्रीमद्भगवद्गीता आज भी सबके लिए पाथेय और समसामयिक हैं। हमारे लिए श्रीमद्भगवद्गीता न केवल पवित्र ग्रंथ अपितु जीवन की सार्थकता को सिद्ध करने का मार्ग भी है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार द्वारा 8 से 12 दिसम्बर तक गीता महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है इसमें श्रीमद्भगवद्गीता पर केन्द्रित विविध कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं।