इंदौर कलेक्टर को मिला प्रधानमंत्री उत्कृष्टता अवार्ड

  
Last Updated:  April 21, 2022 " 01:19 am"

इंदौर के स्वच्छता के जन भागीदारी मॉडल को किया गया पुरस्कृत।

इंदौर : इंदौर में स्वच्छता के जन सहभागिता मॉडल को प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह अवार्ड कलेक्टर मनीष सिंह को दिल्ली में प्रदान किया गया।
बता दें कि वर्ष 2020 में लोक प्रशासन के क्षेत्र में प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार की कैटेगरी “स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) के माध्यम से जन आंदोलन को बढ़ावा – जनभागीदारी” के तहत इन्दौर का चयन करते हुए केन्द्र सरकार द्वारा जिला कलेक्टर मनीष सिंह को इस क्षेत्र में प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

कलेक्टर मनीष सिंह ने इंदौर के सफाई कर्मियों और नागरिकों को समर्पित किया पुरस्कार।

कलेक्टर मनीष सिंह ने उन्हें मिले प्रधानमंत्री उत्कृष्टता अवार्ड को स्वच्छता के क्षेत्र में काम करने वाले समस्त अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ सफाईकर्मियों, नागरिकों और जनप्रतिनिधियों को समर्पित किया है। उनका कहना है कि सभी की सक्रिय सहभागिता और परिश्रम के कारण इंदौर को यह अवार्ड प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि जिले के जनप्रतिनिधियों, नागरिकों और सफाई कर्मियों की सक्रिय सहभागिता देशभर में उदाहरण बन चुकी है।

कलेक्टर मनीष सिंह को यह अवार्ड राज्य के रेसीडेंट कमिश्नर के माध्यम से प्राप्त हुआ। इस पुरस्कार में ट्रॉफी, प्रशस्ति पत्र और जिले को 10 लाख रुपए का रिवार्ड दिया गया, जिसे कलेक्टर द्वारा लोक कल्याण संबंधी कार्यों में अथवा स्वच्छ भारत मिशन से संबंधित कार्यों में व्यय किया जा सकेगा।

उल्लेखनीय है कि लोक प्रशासन के क्षेत्र में प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार वर्ष 2006 में केन्द्र सरकार द्वारा प्रारम्भ किया गया था। जिसमें सम्पूर्ण देश में विभिन्न जिलों अथवा केन्द्र/राज्य सरकार के संगठनों द्वारा किए गए असाधारण एवं अभिनव कार्यों को पुरस्कृत किया जाता है। राज्य शासन की विभिन्न स्कीम जिसमें स्वच्छ भारत मिशन भी शामिल है, को भी केन्द्र सरकार द्वारा “मिशन मोड” में लागू किया गया था, जिसमें विभिन्न कार्यों के साथ-साथ नागरिकों की सहभागिता, विभिन्न विभागों की योजनाओं का समावेश एवं टेक्नोलॉजी का उपयोग भी प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरुस्कार लोक प्रशासन के क्षेत्र में दिए जाने के पूर्व मापदण्डों के रूप में देखा जाता है। किसी भी “मिशन मोड” के कार्यक्रम जैसे स्वच्छ भारत मिशन का क्रियान्वयन करने में प्लानिंग, उसका क्रियान्वयन, विभिन्न संसाधनों की उपलब्धता तथा कम्यूनिटी/समाज की उसमें सहभागिता व सहयोग आवश्यक भाग रहते हैं। इन सभी मापदण्डों को अवार्ड के आंकलन में देखा जाता है।

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