इंदौर में शुरू हुआ कोरोना के इलाज में उपयोगी फेबीपीरावीर टेबलेट का उत्पादन

  
Last Updated:  May 29, 2021 " 04:35 pm"

इंदौर : कोरोना संक्रमण के प्राथमिक उपचार में काम आने वाली दवाई फैबीपीरावीर को स्वास्थ्य विभाग, मध्यप्रदेश सरकार ने बनाने की मंजूरी दे दी है। कोरोना के सेकंड फेज में किसी व्यक्ति के टेस्ट पॉजिटिव होने पर अन्य एंटीबायोटिक के साथ फैबीफ्लू नामक टेबलेट दी जाती थी जो काफी कारगर भी सिद्ध हुई थी। मध्यप्रदेश में यह दवाई हिमाचल प्रदेश, गुजरात आदि प्रदेशों से आती थी। उसके बाद इसकी डिमांड बढ़ती गई। तब बेसिक ड्रग डीलर एसोसिएशन के महासचिव जेपी मूलचंदानी ने पहल करते हुए भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता कृष्ण मुरारी मोघे से इस विषय में चर्चा की व मुख्यमंत्री से शिवराज सिंह चौहान से मांग की गई की इंदौर फार्मा का बड़ा हब है। फार्मा कम्पनियों के पास उपरोक्त दवाई बनाने की क्षमता भी है और वे उसका उत्पादन करने के लिए भी तैयार हैं। जहां तक इसके रा मटेरियल का सवाल है वह बेसिक ड्रग डीलर्स अवेलेबल करवाने के लिए तैयार है। केवल परमिशन का इंतजार है। यदि मध्य प्रदेश सरकार इसको बनाने की परमिशन दे देती है तो उचित मूल्य पर यह दवाई आसानी से उपलब्ध हो सकेगी साथ ही दूसरे प्रदेशों से डिमांड आने पर हम अन्य प्रदेशों को भी इसकी आपूर्ति कर सकेंगे। इस बारे में ड्रग कंट्रोलर पी नरहरि से भी चर्चा हुई । सैद्धांतिक मंजूरी के बाद आखिरकार मध्य प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने उपरोक्त दवाई बनाने की परमिशन मध्य प्रदेश के दवा निर्माताओं को दे दी है। इंदौर स्थित मेक डब्ल्यू हेल्थ केयर ने इसका उत्पादन प्रारंभ भी कर दिया है। अब यह दवाई सप्लाई चैन के माध्यम से आमजन के लिए उपलब्ध होगी। साथ ही अन्य प्रदेशों में भी यह दवाई दे सकेंगे। प्रारंभिक तौर पर हैदराबाद में उक्त दवाई की सप्लाई प्रारंभ हो गयी है। आने वाले समय में अन्य प्रदेशों की डिमांड आने पर उन्हें भी आपूर्ति की जा सकेगी।
कंपनी के डायरेक्टर अमित चावला ने बताया की परमिशन आते ही हमने इसका उत्पादन तत्काल शुरू कर दिया था। हालांकि कोरोनावायरस संक्रमण अभी काफी घटते क्रम में है परंतु फिर भी हर परिस्थिति से लड़ने के लिए हमेशा तैयार रहने की आवश्यकता है। उसी क्रम में अब यह दवाई हमारी कंपनी द्वारा उपलब्ध हो सकेगी। साथ ही ब्लैक फंगस में काम आने वाले इंजेक्शन के विकल्प के रूप में अन्य दवाइयों की परमिशन हेतु भी हम प्रयासरत हैं। परमिशन मिलते ही उसका उत्पादन भी शुरू हो इसके लिए हम प्रयासरत हैं।
मोघे व मूलचंदानी ने फेबीफ्लू के निर्माण की अनुमति देने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं ड्रग कंट्रोलर पी नरहरि को धन्यवाद देते हुए आभार व्यक्त किया है।

Facebook Comments

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *