‘शक्ति, भक्ति और सख्ती’ आयोजन में हुआ प्रशासन और गरबा संचालकों के मध्य सार्थक संवाद।
मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए गरबा आयोजनों के बीच ईनामी प्रतियोगिता।
इंदौर : आचार संहिता के कारण शहर के नवदुर्गा महोत्सव के उत्साह में कोई कमी नहीं आएगी। शहर के गरबा आयोजकों से अपील है कि वे अपने आयोजनों के माध्यम से मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास करें। श्रेष्ठ नवाचारों को स्वीप प्लान के तहत जिला प्रशासन नकद पुरस्कार प्रदान करेगा।
स्टेट प्रेस क्लब, मध्यप्रदेश के आयोजन ‘शक्ति, भक्ति और सख्ती’ में मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने यह बात कही।
उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता में अनूठे ढंग से मतदान का प्रतिशत बढ़ाने की अपील करने वाले गरबा मंडलों को प्रथम पुरस्कार में 51 हजार रुपए, द्वितीय पुरस्कार 31 हजार रुपए तथा तृतीय पुरस्कार स्वरूप 21 हजार रुपए और प्रशस्ति पत्र दिए जाएंगे। प्रोत्साहन पुरस्कार के रूप में 11-11 हजार रुपए की राशि प्रदान की जाएगी। गरबा पंडाल में आने वाले दर्शकों द्वारा किए जाने वाले मतदान बढ़ाने के प्रयास को भी पुरस्कृत किया जाएगा।
मतदान के मामले में पीछे है इंदौर का शहरी क्षेत्र।
कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने कहा कि इंदौर देश में कई मामलों में नंबर वन है, लेकिन इंदौर का शहरी क्षेत्र मतदान के मामले में राज्य के औसत से भी पीछे हैं। इस स्थिति को बदलने के लिए गरबा आयोजकों को भी अपना योगदान देना चाहिए। उन्होंने गरबा संचालकों से आग्रह किया की वे प्रतिदिन अपने आयोजन में चुनाव आयोग द्वारा बनाए गए मतदान को प्रोत्साहित करने वाले गीत को भी बजाएं। डॉ. इलैयाराजा टी ने सभी गरबा संचालकों को आश्वस्त किया कि धार्मिक आयोजन में आचार संहिता के कारण कोई अड़चन नहीं आएगी, लेकिन सभी गरबा संचालक यह ध्यान रखें कि उनके पांडाल में कोई ऐसा चित्र या फोटो न लगा हो जो आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करता हो। उन्होंने इस बार मतदान के दौरान किए जाने वाले नवाचारों जैसे स्लाट अपॉइंटमेंट लेकर बगैर कतार के मतदान, बुजुर्गों को घर से मतदान आदि की भी जानकारी दी।
गरबा पांडालों में कोई नशा करके न आए।
विशेष अतिथि वरिष्ठ अभिभाषक श्रीमती जूही भार्गव ने गरबा संचालकों से अनुरोध किया कि वे सुनिश्चित करें कि गरबा पांडाल में कोई भी नशा करके प्रवेश न कर पाए, इसके लिए ब्रेथ एनालाइजर भी प्रवेश द्वार पर लगाएं जाएं। उन्होंने गरबा संचालकों एवं अभिभावकों से भी आग्रह किया कि वे बालिकाओं को मर्यादित वेशभूषा में ही गरबा करने के लिए भेंजे।
सहायक पुलिस आयुक्त सोनू डाबर ने कहा कि शहर के गरबा महोत्सव ने देशभर में अपनी पहचान स्थापित कर ली है। शहर का यह गौरव निरंतर आगे बढऩा चाहिए। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन सभी गरबा करने वाली बालिकाओं एवं आयोजनों को पूर्ण सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
सामाजिक कार्यकर्ता राजेश बिंजवे ने गरबा संचालकों से अपेक्षा जताई कि धार्मिक आयोजन में कोई विकृति न आए।
‘शक्ति, भक्ति और सख्ती’ आयोजन में शहर के 24 प्रमुख गरबा संचालकों ने भागीदारी की। गरबा संचालकों ने अपने उद्बोधन में संस्कृति को बरकरार रखते हुए भव्य एवं भक्तिमय आयोजन की तैयारियों का एवं इस वर्ष किए जा रहे नवाचार का विवरण दिया। सभी गरबा संचालकों ने अतिथि वक्ताओं के सुझावों को महत्वपूर्ण बताया तथा नशा करके किसी को भी प्रवेश न देने एवं आयोजन में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के हरसंभव प्रयास करने की प्रतिबद्धता जताई। इस अवसर पर शहर के प्रमुख गरबा संचालकों का सम्मान भी किया गया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत प्रवीण कुमार खारीवाल, नवनीत शुक्ला, आकाश चौकसे, विवानसिंह राजपूत ने किया। कार्यक्रम का संचालन आलोक वाजपेयी ने किया। रवि चावला, सुदेश गुप्ता एवं प्रवीण धनोतिया ने स्मृति चिह्न भेंट किया। अंत में मोहनलाल मंत्री ने आभार व्यक्त किया।