भोपाल : उपचुनाव के पहले ही कांग्रेस की डगर मुश्किल होती जा रही है। एक के बाद एक कांग्रेस के विधायक पार्टी और विधायक पद से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम रहे हैं। रविवार को उसे एक और झटका लगा। दमोह जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 55 से कांग्रेस के विधायक राहुल लोधी ने कांग्रेस को अलविदा कहने के साथ ही प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा को विधायक पद से भी अपना इस्तीफा सौंप दिया।
स्वीकृत किया इस्तीफा।
प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने विधानसभा की सदस्यता से राहुल लोधी के इस्तीफे की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि दमोह के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 55 से कांग्रेस के विधायक राहुल लोधी दो दिन पूर्व उनसे मिले थे और इस्तीफा देने की इच्छा जताई थी। उस समय उन्होंने राहुल लोधी को सलाह दी थी कि वे अपने निर्णय पर एक बार विचार करें। अपने परिवार और नजदीकी साथियों से बातचीत करें। रविवार को राहुल लोधी उनसे फिर मिले और विधायक पद से अपना इस्तीफा दे दिया। राहुल का कहना था कि वे सोच- समझ कर इस्तीफा दे रहे हैं। इसपर उन्होंने इस्तीफा स्वीकार कर आगामी कार्रवाई के लिए भेज दिया है।
अपनी इच्छा से दिया है इस्तीफा।
राहुल लोधी ने बाद में मीडिया से मुखातिब होकर कहा कि उन्होंने स्वेच्छा से बिना किसी दबाव के विधायक पद से इस्तीफा दिया है।
कांग्रेस से हो गया था मोहभंग।
राहुल लोधी ने कांग्रेस छोड़ने की वजह दमोह का विकास न होना बताया। उनका कहना था कि दमोह में मेडिकल कॉलेज की उनकी मांग कमलनाथ सरकार ने पूरी नहीं की। वचन पत्र का कोई वादा भी कांग्रेस की सरकार ने पूरा नहीं किया। न तो कन्यादान योजना के तहत कोई राशि दी गई और न ही बेरोजगारों को भत्ता दिया गया। इसके चलते उनका कांग्रेस से मोहभंग हो गया था।
शिवराज विकास की बात करते हैं।
कांग्रेस छोड़ बीजेपी का दामन थामने वाले राहुल लोधी ने सीएम शिवराज की तारीफ करते हुए कहा कि वे प्रदेश के विकास की बात करते हैं। उनके नेतृत्व में दमोह में विकास की नई इबारत लिखी जाएगी।