सरकार का आपदा प्रबंधन रहा कारगर, एक भी जन व पशु धन की नहीं हुई हानि।
इंदौर : कारम बांध स्थल से लौटे प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट का कहना है कि कांग्रेस ने बांध को लेकर भ्रम फैलाने का काम किया। उसके नेता झूठ बोलते रहे कि बांध फूट गया जबकि विशेषज्ञों से सलाह कर बांध के एक हिस्से में चैनल बनाकर पानी की निकासी की गई,, हमारा आपदा प्रबंधन पूरी तरह कामयाब रहा। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और अन्य कांग्रेस नेता जो आरोप लगा रहे हैं, वो निराधार हैं। बांध निर्माणाधीन था। रिसाव को लेकर जांच कमेटी बना दी गई है, जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मंत्री सिलावट मंगलवार शाम मीडिया कर्मियों द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब दे रहे थे।
प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर भेजकर की गई समुचित व्यवस्था।
जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट के अनुसार निर्माणाधीन कारम बांध में रिसाव की खबर मिलते ही वे और मंत्री राज्यवर्धन सिंह 12 अगस्त की सुबह मौके पर पहुंच गए थे। धार और खरगौन जिले का प्रशासनिक और पुलिस का अमला, विभागीय अधिकारी, संभागायुक्त सहित सभी बड़े अधिकारी बुला लिए गए थे। राहत और बचाव दलों के साथ सेना और देश – प्रदेश के तकनीकि विशेषज्ञों को ताबड़तोड़ बुलाकर आपदा प्रबंधन की योजना बना ली गई। प्रभावित होने वाले धार के 12 और खरगौन के 6 गांवों के लोगों को उनके घरों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया। उनके पशुओं को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। तमाम प्रभावितों के चाय नाश्ता, भोजन और ठहरने की उचित व्यवस्था की गई। किसी को भी परेशानी न हो, इस बात का ध्यान रखा गया। मंत्री सिलावट ने कहा कि कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह, उमंग सिंगार, विजयालक्ष्मी साधौ भी वहां आए थे, उन्होंने प्रभावितों की अनदेखी के आरोप लगाए पर जब मैने उनसे ऐसे लोगों की सूची मांगी तो दे नहीं पाए, साफ तौर पर कांग्रेस नेता आपदा पर राजनीति करते हुए झूठ बोल रहे थे। सरकार का आपदा प्रबंधन पूरी
कांग्रेस ने बांध फूटने की फैलाई अफवाह।
मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि देशभर से बुलाए गए तकनीकि विशेषज्ञों की सलाह पर निर्माणाधीन बांध को खाली कराने के लिए बांध के एक और चैनल बनाई गई और उसके जरिए पानी की निकासी की गई। सभी कुछ तय रणनीति के तहत हुआ जबकि कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर झूठी खबर फैलाई कि बांध फूट गया है।
एक भी जन व पशु धन की हानि नहीं हुई।
मंत्री सिलावट ने कहा कि योजनाबद्ध ढंग से पूरी रणनीति को अंजाम दिया गया। ये कारगर आपदा प्रबंधन का ही परिणाम है की एक भी जन और पशु धन की हानि नहीं हुई। पूरी कार्रवाई पर खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भोपाल से लगातार नजर बनाए हुए थे।
बांध स्थल पर मनाया स्वतंत्रता दिवस।
मंत्री तुलसी सिलावट ने बताया कि बांध के खाली होते ही सभी 18 गांवों के लोगों को सुरक्षित ढंग से उनके घरों तक पहुंचा दिया गया था। यहां तक की आजादी का पर्व भी 15 अगस्त को लोगों ने अपने अपने गांव में मनाया। उन्होंने स्वयं बांध स्थल पर तिरंगा फहराया।
खेतों – घरों को हुए नुकसान का कराया जा रहा सर्वे।
मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि बांध से पानी की निकासी से जिन खेतों और घरों को नुकसान पहुंचा है, उनका सर्वे दोनों जिलों के प्रशासन द्वारा करवाया जा रहा है। सर्वे के आधार पर प्रभावितों को जल्द राहत राशि प्रदान कर दी जाएगी। यहां तक की जिन ईट भट्ठों को नुकसान पहुंचा है, उन्हें भी मुआवजा दिया जाएगा।
जांच कमेटी बना दी गई है, दोषियों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई।
कैबिनेट मंत्री सिलावट के मुताबिक निर्माणाधीन बांध से रिसाव को लेकर विशेषज्ञों की जांच कमेटी बना दी गई है जो हर बिंदु पर जांच कर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। उसमें जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।