इंदौर : रामनवमी के उपलक्ष्य में गीताभवन स्थित राम दरबार मंदिर पर दिव्य और मनोहारी श्रृंगार दर्शन हेतु सुबह से दोपहर तक भक्तों का तांता लगा रहा। राम दरबार को 11 किस्म के फूलों, पत्तियों, रेश्मी वस्त्रों एवं विद्युत की रंग-बिरंगी छटा से श्रृंगारित किया गया था। दोपहर 12 बजे वृंदावन के महामंडलेश्वर स्वामी भास्करानंद एवं साध्वी कृष्णानंद के सान्निध्य में हुई महाआरती में भक्तों का उत्साह देखने लायक था।
गीता भवन ट्रस्ट के अध्यक्ष राम ऐरन, मंत्री रामविलास राठी ने बताया कि महाआरती के पूर्व आचार्य पं. कल्याणदत्त शास्त्री ने राष्ट्र को स्वस्थ, समृद्ध एवं निरोगी रखने की प्रार्थना के साथ यज्ञ, हवन और अभिषेक कराए। सुबह रामचरित मानस का नवान्ह पारायण पाठ भी हुआ। नवरात्रि के उपलक्ष्य में चल रहे दुर्गा सप्तशती पाठ की पूर्णाहुति भी संपन्न हुई। समूचा गीता भवन परिसर भक्तों से भरा रहा। गीता भवन के न्यासी प्रेमचंद गोयल, मनोहर बाहेती, दिनेश मित्तल, हरीश जाजू, टीकमचंद गर्ग, राजेश गर्ग केटी आदि ने भक्तों की अगवानी की। महानवमी के उपलक्ष्य में गीता भवन के सभी देवालयों का मनोहारी श्रृंगार निहारने के लिए भक्तों का तांता लगा रहा। सुबह उज्जैन से पधारे स्वामी दिव्यानंद ने प्रभु राम के चरित्र पर आधारित प्रवचनों की अमृत वर्षा की। दोपहर में वृंदावन के महामंडलेश्वर स्वामी भास्करानंद एवं साध्वी कृष्णानंद के सानिध्य में जन्मोत्सव की आरती में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया।