गुरुजी सेवा न्यास परिसर में फहराए गए 75 राष्ट्रध्वज

  
Last Updated:  August 15, 2022 " 03:56 pm"

इंदौर : श्री गुरुजी सेवा न्यास द्वारा “आजादी का अमृत महोत्सव” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। महापौर पुष्य मित्र भार्गव कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं विधायक रमेश मेंदोला विशेष अतिथि के बतौर उपस्थित थे।

एक साथ फहराए गए 75 राष्ट्रीय ध्वज।

कार्यक्रम के प्रथम चरण में झंडावंदन का आयोजन किया गया। इसके तहत श्री गुरूजी सेवा न्यास स्थल पर 75 राष्ट्रीय ध्वजों का ध्वजारोहण किया गया। एक-एक करके 74 ध्वज फहराए गए अंत में 29 फीट ऊंचाई पर एक बड़ा राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया बाद में राष्ट्रीय गान ‘जन-गण-मन’ गाया गया।

अपनी सांस्कृतिक विरासत पर करें गर्व।

इस मौके पर मुख्य अतिथि पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि किसी भी देश का भविष्य तभी उज्ज्वल होता है जब वह अपने पिछले अनुभवों और विरासत के गौरव के साथ पल-पल जुड़ा रहता है। हम सभी जानते हैं कि भारत के पास एक समृद्ध ऐतिहासिक चेतना और सांस्कृतिक विरासत का अथाह भंडार है जिस पर हमें गर्व होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, राष्ट्रीय चेतना को घर-घर पहुँचाने के लिए इस प्रकार के आयोजन हो रहे हैं l
कार्यक्रम का समन्वय श्री गुरुजी सेवा न्यास के संयोजक गोपाल गोयल तथा मुकेश हजेला ने किया।

दूसरे चरण में कवि सम्मेलन का आयोजन।

कार्यक्रम के दूसरे चरण में इंदौर सीए शाखा के संयुक्त तत्वावधान में व्याख्यान एवं कवि सम्मेलन का आयोजन सीए भवन में किया गया।

“एक शाम देश के नाम” इस कार्यक्रम के तहत प्रसिद्ध वक्ता प्रखर श्रीवास्तव ने कहा कि भारत के उज्जवल भविष्य के लिए हमें सही इतिहास पढ़ने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि देश का विभाजन टाला जा सकता था किंतु उस समय के नेतृत्व ने जानबूझकर ऐसा नहीं होने दिया। उन्होंने कहा कि भारत में महाराजा रणजीत सिंह जैसे राजा भी हुए जिन्होंने लूटा हुआ धन वापिस भारत लाने जैसा साहसिक कार्य किया।

मुख्य अतिथि सुनील चोरड़िया ने कहा कि आज़ादी के 75 वर्ष पूरे होने का जश्न मनाने के साथ साथ हमें भारत के अगले 25 वर्षों के विकास का रोडमेप भी तैयार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पूरा विश्व आज भारत को एक बड़े मेंन्यूफेक्चरिंग हब के रूप में देख रहा है। यदि सही नीतियों के साथ आगे चला जाए तो आने वाले दिनों में भारत पूरे विश्व का बड़ा व्यापारिक केंद्र बन सकता है।

व्याख्यान के बाद अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में प्रोफेसर (डॉ) श्याम सुन्दर पलोड, आष्टा से पधारे महेन्द्र मधुर और जयपुर से पधारे अशोक चारण ने अपनी रचनाएं पेश कर श्रोताओं में जोश भर दिया।

कार्यक्रम का संचालन सीए अभय शर्मा ने किया। स्वागत भाषण सीए आनंद जैन एवं धन्यवाद अभिभाषण गोपाल गोयल ने दिया। इस अवसर पर डॉक्टर मुकेश मोढ़, विवेक गोरे, सीए कीर्ति जोशी, सीए रजत धानुक़ा, सीए अतिशय खासग़ीवाला, सीए सुनील खंडेलवाल, संदीप ज़मींदार सहित बड़ी संख्या में श्रोता उपस्थित थे।

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