भोपाल : आदिवासी दिवस के मौके पर कांग्रेस और बीजेपी में खुद को आदिवासियों का हितैषी दर्शाने की होड़ मची रही। कांग्रेस के आदिवासियों की उपेक्षा को लेकर लगाए गए आरोप पर पलटवार करते हुए सीएम शिवराज ने ऐलान किया कि 15 नंवबर बिरसा मुंडा जयंती को जनजाति गौरव दिवस के रूप में मनाया जाएगा, उस दिन शासकीय अवकाश भी रहेगा।
जनजातीय नायकों की कांग्रेस ने उपेक्षा की।
सीएम शिवराज और बीजेपी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि जो हमारे जनजाति नायक थे, रानी दुर्गावती, टंट्या भील, भीमा नायक, शंकर शाह उनके सामाधि स्थलों पर निर्माण भारतीय जनता पार्टी ने करवाया।
कांग्रेस की जब सरकार रही दस सालों तक, दिग्विजय सिंह जी ने भर्तियां नहीं की। आज बैकलॉग की बात करते हैं।
पद खाली रहते हैं तो कांग्रेस की सरकार के कारण, भाजपा पूछना चाहती है आज नेता प्रतिपक्ष से पैसा एक्ट लागू किया तुमने, फिफ्थ शैड्यूल (पांचवीं अनुसूची अनुसूचित ) पर कितना काम किया तुमने, केवल आंसु बहाना भ्रम फैलाने का काम है।
गांव-गांव में आश्रम शालाएं, छात्रावास खोले तो भाजपा की सरकार ने खोले, हम थे जिन्होंने फैसला किया यदि ट्राइबल बच्चे अगर प्राइवेट इंजीनियरिंग, मेडिकल कॉलेज में पढ़ेंगे तो फीस चाहे 8-10 लाख रुपया साल हो, उनकी फीस हम भरवाएंगे।
उन बच्चों को विदेशों में पढ़ने के लिए हम भेज रहे हैं, भाजपा ने तय किया है, वनोपज को मिनिमम सपोर्ट प्राइज पर खरीदना हमने प्रारंभ किया।
लाखों लोगों को पट्टा भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने दिया और आज मैं कहना चाहता हूं हमारे ट्राइबल भाई-बहनों के कल्याण में कोई कसर भाजपा सरकार नहीं छोड़ेगी।
पूरे प्रदेश में जनजातीय संस्कृति, परंपरा और जीवन मूल्यों के लिए, रोजगार व बाकि व्यवस्थाओं के लिए हम विशेष अभियान चलाएंगे।