देशभर से आए आदिवासी समूहों ने लगाए हैं विभिन्न उत्पादों के स्टॉल।
ढक्कन वाला कुआ, साउथ तुकोगंज स्थित ग्रामीण हाट बाजार में आयोजित किया गया है आदि महोत्सव।
15 से 27 नवंबर तक जारी रहेगा महोत्सव।
इंदौर : भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय के अधीन कार्यरत संस्था भारतीय जनजातीय सहकारी विपणन संघ (ट्रायफेड) के बैनर तले आदि महोत्सव का आयोजन ढक्कन वाला कुआ, साउथ तुकोगंज स्थित ग्रामीण हाट बाजार में किया गया है। आदिवासी समाज के आराध्य भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर जनजातीय गौरव दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित इस आदि महोत्सव का शुभारंभ मंगलवार शाम ट्रायफेड के अध्यक्ष रामसिंह राठवा के मुख्य आतिथ्य में हुआ।सांसद शंकर लालवानी कार्यक्रम के विशेष अतिथि थे। ट्रायफेड के कार्यकारी निदेशक, नई दिल्ली अनुपम त्रिवेदी भी इस दौरान मौजूद रहे। ट्रायफेड के क्षेत्रीय प्रबंधक अजीत कुमार भगत ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।
15 से 27 नवंबर तक चलेगा आदि महोत्सव।
ट्रायफेड के चेयरमैन राम सिंह राठवा ने बताया कि प्रतिवर्ष नई दिल्ली में आदि महोत्सव आयोजित किया जाता है पर इस बार मप्र के इंदौर सहित आठ राज्यों में यह महोत्सव आयोजित किया गया है। इंदौर में 15 से 27 नवंबर तक आदि महोत्सव जारी रहेगा।
जनजातीय हस्तशिल्प और हस्तकला के लगाए गए हैं स्टॉल।
श्री राठवा ने बताया कि आदि महोत्सव में देशभर से करीब 80 जनजातीय समूहों ने अपने उत्पादों के स्टॉल लगाए हैं। इनके आने – जाने, रहने और भोजन की व्यवस्था ट्रायफेड की ओर से की गई है। जो भी कमाई होगी वो उनकी अपनी होगी। उन्होंने बताया कि आदि महोत्सव में जनजातीय हस्तशिल्प, हैंडलूम व हस्तकला के उत्पाद प्रदर्शनी और विक्रय हेतु रखे गए हैं। इनमें मप्र की चंदेरी, महेश्वरी व बाग साड़ियां, गौंड, बाग और अन्य जनजातीय हस्त चित्र, हाथ से बनें ऊनी वस्त्र, जड़ी- बूटियों से निर्मित हर्बल उत्पाद, सजावटी सामान, फर्नीचर आदि शामिल हैं। मप्र लघु वनोपज संघ और मप्र बैंबू मिशन ने भी इस महोत्सव में अपने स्टॉल लगाए हैं। ट्राइब्स इंडिया के स्टॉल पर चयनित उत्पादों पर 40 फीसदी तक छूट भी प्रदान की जा रही है। जनजातीय व्यंजनों के स्टॉल भी आदि महोत्सव में आकर्षण का केंद्र रहेंगे।