नई दिल्ली: जेएनयू में करीब तीन साल पहले देश विरोधी नारे लगाए जाने के मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने सोमवार को चार्जशीट पेश कर दी। 1200 पेज की चार्जशीट को लोहे की संदूक में भरकर पटियाला हाउस कोर्ट में लाया गया। चार्जशीट में जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार, उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य सहित 10 आरोपियों के नाम हैं।
जुटाए अहम सबूत
तीन साल तक बारीकी से जांच और अनुसंधान के बाद पुलिस ने अहम सबूत जुटाए हैं। लगभग 90 गवाहों की लिस्ट के साथ फोरेंसिक और सोशल मीडिया के जरिये भी साक्ष्य जुटाए गए हैं। चार्जशीट में उन देश विरोधी नारों की भी लिस्ट दी गयी है जो जेएनयू में लगाए गए थे। गवाही को पुख्ता करने के लिए गवाहों के बयान ऐसी धाराओं के तहत करवाए गए हैं कि मुकरने पर उन्हें सजा भी हो सकती है।
प्रदर्शन की अनुमति नहीं
चार्जशीट में ये भी कहा गया है कि 9 फरवरी 2016 को जेएनयू परिसर में हुए प्रदर्शन की अनुमति नहीं ली गई थी। प्रदर्शन कारियों का नेतृत्व कन्हैया कुमार कर रहे थे।
राजनीति से प्रेरित है चार्जशीट
दिल्ली पुलिस द्वारा चार्जशीट पेश किए जाने पर कन्हैया कुमार का कहना था कि चुनाव करीब आने के कारण तीन साल बाद चार्जशीट पेश की गई है। ये राजनीति से प्रेरित है। उन्होंने चार्जशीट पेश करने पर दिल्ली पुलिस का धन्यवाद अदा किया।