महापौर व संतगणों ने विधिविधान के साथ किया भूमिपूजन।
इंदौर : शहर के पश्चिमी क्षेत्र में मराठी व्यंजनों और संस्कृति के सबसे बड़े मेले तरुण जत्रा का आयोजन जनवरी के अंतिम सप्ताह में दशहरा मैदान पर होने जा रहा है ।
तरुण जत्रा की मैदानी तैयारियों की शुरुआत मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर शहर के प्रमुख संतगणो, जनप्रतिनिधियों और वरिष्ठ नागरिकों द्वारा भूमि पूजन के साथ हुई ।
दशहरा मैदान पर संपन्न हुए भूमि पूजन समारोह में महापौर पुष्यमित्र भार्गव के साथ वेदामूर्ति धनंजय शास्त्री वैद्य, सदगुरु अण्णा महाराज, बाबा साहेब तराणेकर, अमृतफले महाराज, सुनील शास्त्री गुरुजी ने भूमि पूजन में भागीदारी निभाई।
इस अवसर पर संबोधित करते हुए महापौर ने कहा कि इंदौर शहर की खान पान की संस्कृति जो अब विश्व भर में प्रसिद्ध हो चुकी है उसकी कीर्ति में वृद्धि तरुण जत्रा जैसे आयोजनों से निश्चित रूप से होगी । उपस्थित समस्त संतगणों ने अपने आशीर्वचन में एक स्वर में कहा कि मराठी संस्कृति और खानपान पद्धति मालवा की संस्कृति से एकरूप हो चुकी है। इंदौर शहर के सम्मान में वृद्धि का श्रेय तरुण जत्रा जैसे आयोजनों को भी जाता है ।
तरुण जत्रा के संयोजक प्रशांत बडवे और अभिषेक बबलू शर्मा ने आयोजन की विस्तार से जानकारी दी ।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और शहर के उत्सवप्रिय नागरिक उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है की मराठी व्यंजन और संस्कृति के मेले तरुण जत्रा का चार दिवसीय आयोजन 26से 29 जनवरी तक दशहरा मैदान पर होने जा रहा है। जत्रा में 50 से भी अधिक स्वादिष्ट व्यंजनों का जायका और 100 से भी अधिक स्टॉल पर विभिन्न उत्पादों की खरीदारी का अवसर मिलेगा ।
भव्य मंच पर मुंबई के प्रसिद्ध समूह के 20 से भी अधिक लावणी कलाकार लावणी नृत्य की प्रस्तुति देंगे जबकि इंदौर शहर के 40 से भी अधिक समूह के 400 बाल कलाकार भी आकर्षक नृत्य की प्रस्तुति देंगे।