दूसरों के दुःख की अनुभूति करने वाला ही सच्ची सेवा कर सकता है – शिवप्रकाश

  
Last Updated:  August 11, 2022 " 03:50 pm"

दिव्य प्रेम सेवा मिशन,हरिद्वार के मंच पर बोले भाजपा के सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश।

इंदौर : सेवा तन, मन और धन तीनों तरह से की जा सकती है।जो दूसरों के दु:ख की अनुभूति स्वयं में करता है वहीं सच्ची सेवा कर सकता है।अगर सेवा के बदले कुछ प्राप्ति हो तो वो सेवा नही होकर व्यापार है।दया वो करता है,जो स्वयं को बड़ा मानता है।
ये विचार भाजपा के राष्टीय सह संगठन मंत्री शिवप्रकाश के हैं,जो उन्होंने दिव्य प्रेम सेवा मिशन,हरिद्वार द्वारा जलसा गार्डन में आयोजित व्याख्यान में मुख्य वक्ता बतौर व्यक्त किए। विषय था शिव ज्ञान से जीव सेवा भाव के विकास में।
शिवप्रकाश ने आगे कहा कि हमने सेवा के सिद्धांतों पर तो किताबी चर्चा बहुत की पर उसे व्यवहारिक आचरण में उतारना भूल गए। परिणाम यह हुआ कि मिशनरियों ने हमारे गरीब भाईयो का बड़े पैमाने पर धर्मांतरण करा दिया । उग्रवाद, माओवाद,आतंकवाद उसी का परिणाम है। अभी भी कुछ नहीं बिगड़ा,जो गरीब है,वंचित है उसके पास समाज जाए ताकि वह गलत हाथों में नही चला जाए। स्वामी विवेकानंद भी यही कहते थे कि यदि किसी गरीब की सेवा करना हो तो पहले उसे रोटी दो और बाद में संस्कार दो। भूखे पेट से भजन भी नही होते। इसी सेवा भाव से आज दिव्य प्रेम सेवा मिशन हरिद्वार कार्य कर रहा है जिससे हमे भी प्रेरणा लेना चाहिए।

अपने अध्यक्षीय उदबोधन में मोहन मंगल ने कहा कि नर सेवा ही नारायण सेवा है ।मैने स्वयं हरिद्वार में जाकर प्रत्यक्ष देखा कि दिव्य प्रेम सेवा मिशन ,हरिद्वार कुष्ठ रोग से पीड़ित समाज की शिव भाव से सेवा कर रहा है। समाज का दायित्व है कि वह ऐसे मिशन का तन मन धन से सहयोग करे।

भारतीय शक्ति संस्थान, मुंबई के प्रमुख बाबा मोरी ने कहा कि शिव का अर्थ है कल्याण और शक्ति के बगैर शिव भी कुछ नहीं।शक्ति सबके पास है लेकिन जो उसका इस्तेमाल समाज हित में करता हो वही सच्ची शक्ति है।आज ऐसी ही ऊर्जा की आवश्यकता है।

दिव्य प्रेम सेवा मिशन ,हरिद्वार के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. आशीष गौतम ने कहा कि सेवा, साधना और संबोधि के भाव को लेकर दिव्य प्रेम सेवा मिशन,हरिद्वार समाज में गत 25 वर्षो से कार्य कर रहा है , जहां सेवा के एक दो नहीं 25 प्रकल्प चल रहे है और उनसे हजारों लाखों लोग लाभान्वित हो रहे है। हरिद्वार में गरीब बच्चो के लिए विद्यालय है,छात्रावास है,भोजनालय है,और अब एक ध्यान मंदिर बनने जा रहा है। इसी वर्ष एक करोड़ 61 लाख 11 हजार 111 पार्थिव शिवलिंग का पूजन अर्चन कर अभिषेक किया गया। सभी सेवा कार्य शिवभाव से हो रहे है।

कार्यक्रम में विशेष रूप से महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक रमेश मेंदोला,महेंद्र हार्डिया,आईडीए अध्यक्ष जयपालसिंह चावड़ा, वरिष्ठ भाजपा नेता गोविंद मालू,विप्र नेता राधेश्याम शर्मा विशेष रूप से उपस्थित थे।

इस मौके पर श्रीमती उमा सक्सेना ने दिव्य प्रेम सेवा मिशन के अपने अनुभव बताए । कार्यक्रम में दिव्य प्रेम सेवा मिशन ,हरिद्वार के सेवा कार्यों पर केंद्रित एक लघु फिल्म दिखाई गई। कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्वलन और कुमारी आयुशी लिमये के सरस्वती वंदना से हुआ। अतिथि स्वागत संजीव सक्सेना,गोपाल मित्तल,अनिल वर्मा,शुभम ठाकुर,आजाद सिंह तोमर और अनिल शर्मा ने किया। कार्यक्रम का संचालन नानूराम कुमावत ने किया और आभार अनिल वर्मा ने माना। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गणमानय नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

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