देवधरम टेकरी रक्षण समिति ने किया दावा।
गोम्मटगिरी प्रबंधन पर लगाया टेकरी और आसपास की जमीन पर कब्जा कर अवैध निर्माण का आरोप।
हाई कोर्ट ने भी गोम्मटगिरी प्रबंधन पर गलत बयानी के चलते ठोका है जुर्माना..!
इंदौर : देवधरम टेकरी पर गोम्मटगिरी प्रबंधन और गुर्जर समाज के बीच चल रहे विवाद में दोनों पक्षों के अपने – अपने दावे हैं। गुर्जर समाज ने देवधरम टेकरी रक्षण समिति, इंदौर का गठन कर टेकरी पर अपना दावा पेश किया है। उन्होंने अपने दावे के समर्थन में कई तथ्य और सबूत भी पेश किए हैं।
इंदौर प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता के जरिए देवधरम रक्षण समिति के पदाधिकारी देवीलाल गुर्जर, भोजराज गुर्जर, गोपाल सिंह गुर्जर और अन्य ने बताया कि देवधरम टेकरी पर स्थित देवनारायण मंदिर 11 सौ साल पुराना है।यह देवालय ग्राम जंबूर्डी हप्सी, तहसील हातोद जिला इंदौर के खसरा नंबर 610/1 और610/2 में स्थापित है।
ये रखे तथ्य :- 👇
देवधरम रक्षण समिति के पदाधिकारियों का कहना है कि देवनारायण मंदिर 11 सौ वर्ष पुराना है।
देवनारायण मंदिर का उल्लेख 1914 के शासकीय रिकॉर्ड में भी मिलता है।
1968 में भारत सरकार के सर्वे ऑफ इंडिया के सर्वे में भी देवधारम टेकरी पर देवनारायण मंदिर होने का उल्लेख है।
भगवान श्री देवनारायण ने 11 सौ वर्ष पूर्व यहां गौपालन किया और लीलाएं रची थी। आज भी टेकरी पर तत्कालीन समय की गायों के खुरों की शिला विद्यमान है।
ग्राम जंबूर्दी हप्सी, नैनोद, बड़ा बांगड़दा आदि गांवों के पशुपालक और किसान अपने पशुओं के साथ देवनारायण मंदिर की परिक्रमा करते हैं।
सिंहस्थ में साधु संत देवधरम टेकरी पर आकर ध्यान, पूजा और तपस्या करते हैं।
गोम्मटगिरी प्रबंधन के खिलाफ ये कही बात :-👇
देवधरम टेकरी रक्षण समिति के पदाधिकारियों का आरोप है कि गोम्मटगिरी प्रबंधन को 1983 में महज पौने तीन एकड़ जमीन तत्कालीन सरकार ने नियम विरुद्ध 30 साल की लीज पर आवंटित की थी। उसकी लीज भी 2013 में खत्म हो चुकी है। वर्तमान में पूरी जमीन शासकीय भूमि के बतौर दर्ज है।
हाइकोर्ट में गलत तथ्य प्रस्तुत कर बाउंड्रीवॉल की अनुमति लेने के मामले में हाईकोर्ट ने गोम्मटगिरी प्रबंधन को फटकार लगाते हुए 20 हजार रुपए का जुर्माना भी ठोका है।
देवधरम टेकरी रक्षण समिति का आरोप है कि गोम्मटगिरी प्रबंधन द्वारा करीब 100 बीघा जमीन पर अवैध कब्जा कर मंदिर, अतिथि निवास, फॉर्म हाउस, मैरिज गार्डन आदि बना लिया है।किसी भी निर्माण का नक्शा टीएंडसीपी से पास नहीं है। यहां तक की होलकर कालीन डॉक बंगलो और सराय पर भी अवैध कब्जा कर लिया गया है।
मंदिर जैसे पवित्र स्थान पर दाह संस्कार कर उसे अपवित्र किया गया। गोम्मटगिरी के वर्तमान पदाधिकारियों ने जीते जी अपनी मूर्तियां तक वहां लगवा ली हैं।
ये रखी मांग :- 👇
देवधरम टेकरी रक्षण समिति के पदाधिकारियों ने शासन – प्रशासन से मांग की है कि देवधरम टेकरी भगवान देवनारायण का स्थान है। सैकड़ों सालों से गुर्जर समाज के लोग वहां पूजा – पाठ करते आ रहे हैं। ऐसे में टेकरी से अवैध कब्जा हटाकर उसका प्रबंधन गुर्जर समाज को सौंपा जाए। उनका कहना है कि वे अन्याय के खिलाफ हर स्तर पर लड़ाई लड़ेंगे और कोर्ट में भी सारे तथ्यों के साथ मजबूती से अपना पक्ष रखेंगे।