भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव के शहादत दिवस पर संस्था संघमित्र का विशाल आयोजन ।
भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु युवाओं के रोल मॉडल -महापौर
इंदौर : भारत के स्वतंत्रता संग्राम में आजादी के दीवाने, देशप्रेम की अद्भुत मिसाल पेश करने वाले कई महानायक मिल जाते हैं, पर जब भी युवाओं के जोश, जुनून और उत्साह की बात होती है तो निश्चित रूप से हमारे सामने सरदार भगत सिंह, सुखदेव एवं राजगुरु के चेहरे स्वत: ही प्रकट हो जाते हैं। इन्हीं राष्ट्र नायकों के सम्मान में महापौर पुष्यमित्र भार्गव के नेतृत्व में एतिहासिक मशाल यात्रा निकाली गई।बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, केबिनेट मंत्री उषा ठाकुर और तुलसी सिलावट, कृष्णमुरारी मोघे, रमेश मेंन्दोला राजेश सोनकर, मधु वर्मा, सुदर्शन गुप्ता, गोलू शुक्ला और एकलव्य गौड़ की मौजूदगी में फूठी कोठी चौराहे से तिरंगे झंडे व भगवा पताकाओं के साथ मशाल हाथ में लिए हजारों की संख्या में युवाओं महिलाओं और स्थानीय नागरिकों का हुजूम निकल पड़ा। पैदल मार्च करते हुए महाराणा प्रताप प्रतिमा पर पहुंची इस मशाल यात्रा में एमआईसी सदस्य अभिषेक बबलू शर्मा, राजेश उदावत सहित बड़ी संख्या में राजनेता , जनप्रतिनिधि और पार्टी संगठन के पदाधिकारी भी सम्मिलित हुए। भारत माता की जय और वन्दे मातरम् के उद्घोष के साथ युवा राष्ट्रभक्ति का अलख जगा रहे थे। 70 से ज़्यादा मंचों द्वारा यात्रा का स्वागत किया गया।
इस मौके पर हिन्द प्रहरी सम्मान से सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता अश्विनी उपाध्याय और यश भारद्वाज को सम्मानित किया गया। बाबा सत्यनारायण मौर्य, जिन्होंने नारा दिया था, रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे, ने भारत माता की महाआरती और चित्र धारा का खूबसूरत नजारा पेश किया। इस अवसर पर देश की सुरक्षा में शहीद जवानों के परिजनों को भी सम्मानित किया गया।