प्रदेशभर से 500 पैथोलॉजिस्ट कर रहें शिरकत।
100 रिसर्च पेपर होंगे प्रस्तुत।
पहले सत्र में ब्रेस्ट कैंसर की जांच के नवीनतम आयामों पर दिया गया प्रेजेंटेशन
इंदौर : इंडियन एसोसिएशन ऑफ पैथोलॉजिस्ट एंड माइक्रोबायोलॉजिस्ट एम पी स्टेट के बैनर तले आयोजित दो दिवसीय पैथोलॉजी कांफ्रेंस का शुभारंभ शनिवार 11 फरवरी को हुआ। इस कांफ्रेंस में मध्य प्रदेश के 500 पैथोलॉजिस्ट अपना पंजीयन करवा चुके हैं।
ब्रेस्ट कैंसर पर दिया गया प्रेजेंटेशन।
पैथोलॉजिस्ट एसोसिएशन, मप्र की प्रदेश अध्यक्ष डॉ. शिखा घनघोरिया ने बताया कि MPPATHCON 2023 नाम से हो रही इस कांफ्रेंस में पहले सत्र में ब्रेस्ट कैंसर के रैली डिटेक्शन और उसके नवीनतम आयामों पर प्रेजेंटेशन दिया गया। उन्होंने बताया कि दो दिन की इस कांफ्रेंस में 100 से ज़्यादा रिसर्च पेपर पेश किए जाएंगे। प्रदेश के 20 मेडिकल कॉलेज के विभागाध्यक्ष भी कांफ्रेंस में शिरकत कर रहे हैं।
डॉ. हर्ष मोहन का होगा व्याख्यान।
डॉ. शिखा घनघोरिया ने बताया कि पैथोलॉजी पर किताब लिखने वाले विश्वप्रसिद्ध डॉ. हर्ष मोहन भी कांफ्रेंस में भाग ले रहे हैं। वे ब्रेस्ट कैंसर के डायग्नोसिस की नई तकनीक पर प्रकाश डालेंगे।इसी के साथ इंटरनेशनल पैथोलॉजिस्ट एसोसिएशन की अध्यक्ष डॉ. अनिता भादुरी गर्भाशय के कैंसर के बारे में जानकारी देंगी।
डायग्नोसिस में तकनीक की अहम भूमिका।
डॉ. शिखा घनघोरिया ने बताया कि पैथोलॉजी के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आए हैं। नई तकनीक के जरिए गर्भाशय और ब्रेस्ट कैंसर का वक्त रहते पता लगाना संभव हो गया है। समय पर बीमारी डायग्नोस होने से संबंधित डॉक्टरों के लिए उसका उपचार करना आसान हो जाता है। इससे कई जिंदगियां बचाई जा सकती हैं।