प्रभारी मंत्री और कलेक्टर ने गांव- गांव पहुंचकर की ग्रामीणों से मुलाकात, कोरोना के लक्षण दिखते ही जांच कराने का किया आग्रह

  
Last Updated:  May 12, 2021 " 07:35 pm"

इंदौर : इन्दौर जिले में किल कोरोना अभियान का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। मेरा गांव- कोरोना मुक्त गांव के लिए ग्रामीणों द्वारा स्व अनुशासन से जनता कर्फ्यू का प्रभावी पालन किया जा रहा है। जिले में अनेक ऐसे गांव सामने आ रहे हैं, जिन्होंने स्वप्रेरणा से अपने गांवों में बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश पूर्णत: प्रतिबंधित कर दिया है। गांव में बेवजह आवाजाही पर भी रोक लगायी है। ऐसे गांवों में जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट और कलेक्टर मनीष सिंह पहुंचकर ग्रामीणों का हौसला बढ़ा रहे हैं।
प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट और कलेक्टर मनीष सिंह ने मंगलवार को कनाड़िया, बुरानाखेड़ी, बरोदा दौलत,सेमलिया चाऊ, आदि गांवों का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से चर्चा की औऱ कोरोना महामारी से निपटने के लिये शासन- प्रशासन के प्रयासों की जानकारी दी। मंत्री सिलावट ने कहा कि ग्रामीण अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग और सावधान रहें। जैसे ही उन्हें बुखार, सर्दी, खाँसी,सांस लेने में दिक्कत के लक्षण दिखाई दे, तुरंत जांच कराएं। जांच में पॉजिटिव आने पर कोविड केयर सेंटर में भर्ती हो। अपने मर्ज को छुपाए नहीं। समय पर बीमारी का पता चलता है तो उपचार सम्भव है। बीमारी छुपाने से हम अपना और दूसरों का भी नुकसान करते हैं।
कलेक्टर मनीष सिंह ने ग्रामीणों से कहा कि गांवों में घर-घर जाकर मरीजों का पता किया जा रहा है। वे इस सर्वे में सहयोग करें। मरीजों के इलाज पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। इस अवसर पर डीआईजी मनीष कपूरिया, पूर्व विधायक राजेश सोनकर, राज्य स्तरीय आपदा प्रबंधन समिति के सदस्य डॉ. निशांत खरे भी मौजूद थे। अपने भ्रमण के दौरान मंत्री सिलावट और मनीष सिंह ने ग्रामीण क्षेत्र की स्वास्थ्य संस्थाओं का निरीक्षण किया और कोरोना मरीजों के उपचार के लिए किए गए प्रबंधों की जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्र में सर्दी,खांसी,बुखार के सभी मरीजों के सैंपल लिए जाएं। कोरोना के पॉजिटिव मरीजों को अनिवार्य रूप से कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराया जाए।

Facebook Comments

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *