प्रशासन के कांग्रेसीकरण का आरोप लगाकर बीजेपी ने दिया धरना

  
Last Updated:  June 28, 2019 " 03:56 pm"

इंदौर: विधायक आकाश विजयवर्गीय को गिरफ्तार कर जेल भेजे जाने को बदले की राजनीति बताते हुए बीजेपी ने कमलनाथ सरकार और प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार को बीजेपी नेता और कार्यकर्ताओं ने जिला और पुलिस प्रशासन के कांग्रेसीकरण का आरोप लगाते हुए राजवाड़ा चौक में धरना दिया। इस दौरान प्रदेश की कमलनाथ सरकार और स्थानीय प्रशासन के खिलाफ जमकर आक्रोश जताया गया।

शासन- प्रशासन पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप।

धरने में नगर अध्यक्ष गोपी नेमा ने शासन- प्रशासन पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि कमलनाथ सरकार राजनीतिक बदले की भावना से काम कर रही है। जबसे कांग्रेस की कमलनाथ सरकार आई है, प्रदेश में अराजकता का माहौल व्याप्त हो गया है। सीएम हो या मंत्री सब अपना हित साधने में लगे हैं। तबादला उद्योग चलाया जा रहा है। अधिकारी किसी भी तरह अपनी कुर्सी बचाने की जुगत में हैं। समूचे प्रशासन तन्त्र का कांग्रेसीकरण हो गया है। बीजेपी के नेता व कार्यकर्ताओं को चुन- चुनकर निशाना बनाया जा रहा है ताकि पार्टीकी छवि को धूमिल किया जा सके।
श्री नेमा ने कहा कि जनता के हित में आवाज उठानेवाले बीजेपी के जनप्रतिनिधियों को जेल में ठूंस दिया जाता है जबकि सरेआम कानून के साथ खिलवाड़ कर रहे कांग्रेसियों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि प्रशासन ने अपना रवैया नहीं बदला तो बीजेपी उग्र आंदोलन करेगी।

संवैधानिक संस्था पर हमला करनेवाले खुले घूम रहे।

बीजेपी के वरिष्ठ नेता बाबूसिंह रघुवंशी ने प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा कि जनता के हित की लड़ाई लड़ रहे विधायक आकाश विजयवर्गीय पर कार्रवाई करने में प्रशासन ने थोड़ी भी देर नहीं लगाई पर निगम परिषद जैसी संवैधानिक संस्था की बैठक में घुसकर हंगामा व मारपीट करनेवाले कांग्रेस के उपद्रवी तत्वों पर मामूली धाराएं लगाई गई। दो हफ्ते तक उनपर कार्रवाई नहीं कि गई। इससे पता चलता है कि प्रशासन का किस हद तक कांग्रेसीकरण हो गया है।
विधायक रमेश मेंदोला, वरिष्ठ नेता मधु वर्मा,पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता और जीतू जिराती व प्रदेश प्रवक्ता उमेश शर्मा सहित अन्य पार्टी नेताओं ने भी धरना- प्रदर्शन में अपनी बात रखते हुए प्रशासन पर अपनी भड़ास निकाली।
धरने में बड़ी संख्या में बीजेपी के नेता, जनप्रतिनिधि, संगठन के पदाधिकारी और महिला व युवा मोर्चा के कार्यकर्ता शामिल हुए।

धरने के अंत में आई महापौर।

महापौर मालिनी गौड़ खत्म होने के कुछ देर पहले धरने में शामिल होने पहुंची। गंजी कम्पाउंड के एपिसोड और आकाश की गिरफ्तारी के बाद से ही उनकी चुप्पी को लेकर सवाल उठ रहे थे। गुरुवार को भी पत्रकार वार्ता खत्म होने के बाद वे पार्टी कार्यालय पहुंची थी। जब पत्रकारों ने उनसे इस बाबद सवाल किए तो उन्होंने पारिवारिक व्यस्तताओं के चलते बाद में मामले की जानकारी मिलने की बात कही। उनका ये भी कहना था कि आकाश को कोई भी कदम उठाने से पहले उनसे बात कर लेनी चाहिए थी। हालांकि जर्जर मकानों के खिलाफ नगर- निगम की मुहिम को उन्होंने उचित ठहराया था।

सैल्यूट आकाश के लगे पोस्टर।

धरना स्थल और शहर के प्रमुख सार्वजनिक स्थलों पर आकाश विजयवर्गीय के सैल्यूट आकाश के केप्शन वाले पोस्टर लगाए गए थे। निगमायुक्त के कहने पर निगम कर्मियों ने अन्य स्थानों पर लगे पोस्टर तो हटा दिए लेकिन विवाद से बचने के लिए धरना स्थल पर लगे पोस्टरों को हाथ नहीं लगाया।

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