बरसों पुरानी समस्याएं चंद दिनों में हो रही है निराकृत।
समस्याएं निराकृत होने पर नागरिकों ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर मिठाई बांटी,खुशी जाहिर की और व्यक्त किया आभार।
इंदौर : जनसमस्याओं के त्वरित और सकारात्मक निराकरण के लिए जनसुनवाई एक बड़ा और कारगर माध्यम बनती जा रही है। नागरिकों की समस्याओं को जनसुनवाई में कलेक्टर सहित अन्य अधिकारी पूर्ण गंभीरता के साथ सुन रहे हैं और उनका संवेदनशीलता के साथ निराकरण कर रहे हैं। ऐसे अनेक उदाहरण जनसुनवाई में देखने को मिल रहे हैं, जहां बरसों पुरानी समस्याएं चंद दिनों में ही निराकृत हो रही हैं। ऐसा ही एक उदाहरण मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय में संपन्न हुई जनसुनवाई में देखने को मिला जब अपनी समस्या निराकृत होने पर शासन-प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए कुछ नागरिक मिठाई लेकर पहुंचे। उन्होंने जनसुनवाई में मिठाई बाटी, अपनी खुशी जाहिर की और कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी सहित शासन-प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया।
जनसुनवाई में इंदौर की स्कीम नम्बर-140 के समीप पिपल्याहाना की कॉलोनी ब्रजनयनी के रहवासी मिठाई लेकर पहुंचे। उन्होंने कलेक्टर सहित सभी अधिकारियों और आवेदकों में मिठाई बांटी तथा अपनी खुशी का इजहार किया। उन्होंने कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी सहित शासन-प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया। इनमें से कुछ रहवासी ईश्वर कलंत्री, तपन मंडल, वैभव वर्मा, सी.एस. सालगिया, संजय पालीवाल आदि शामिल थे, जिनका कहना था की जनसुनवाई से हमारी बरसो पुरानी समस्या चंद दिनों में ही निराकृत हो गई। दो सप्ताह पूर्व जनसुनवाई में हमने कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी को अपनी कॉलोनी ब्रजनयनी की समस्या के संबंध में आवेदन दिया था। बताया था कि कॉलोनायजर द्वारा कॉलोनी का विकास शुल्क जमा नहीं किया जा रहा है। इस कारण कॉलोनी का विकास नहीं हो रहा है और भवन अनुज्ञा के संबंध में भी दिक्कत आ रही है। इसके बाद कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने समस्या को गंभीरता से लेते हुए कॉलोनाइजर को बुलाया और उसे विकास शुल्क लगभग दो करोड़ 8 लाख रूपये की राशि के संबंध में बैंक ग्यारंटी निर्देश दिए। इसके बाद कॉलोनायजर ने दो करोड़ रूपये से अधिक की राशि की बैंक ग्यारंटी जमा की। इससे इस कॉलोनी के रहवासियों की बरसों पुरानी मांग पूरी हुई। अब विकास अनुमति मिलेगी और भवन अनुज्ञा की दिक्कत भी समाप्त होगी। सभी रहवासी बेहद खुश है। उनका कहना है कि इस कॉलोनी में लगभग 108 प्लाट है। इन सबको समस्या से मुक्ति मिली है। उन्होंने कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी सहित शासन-प्रशासन का आभार व्यक्त किया।
रहने को मिला पक्का मकान।
जनसुनवाई में नंदबाग निवासी उर्मिला अहिरवार भी पहुंची। उसने अपनी समस्या कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी के समक्ष रखी। उसने बताया कि उसके पति का कुछ वर्ष पूर्व निधन हो गया। उसके दो छोटे बच्चे भी है। घरों में साफ-सफाई का कार्य करके मैं अपनी जीवन यापन कर रही हूं। मकान का किराया भरने में भी दिक्कत आती है। कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने उक्त महिला की समस्या को गंभीरता से सुना और उसे इंदौर विकास प्राधिकरण की स्कीम नम्बर-134 में बने आवासीय संकुल में फ्लैट आवंटित करने के निर्देश दिए। जनसुनवाई में ही इंदौर विकास प्राधिकरण के अधिकारी और कर्मचारी आए। उन्होंने इस महिला से औपचारिकता पूर्ण करवाई। 5 हजार रूपये की राशि की जरूरत बताई जाने पर कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने रेडक्रास से पहली किस्त के रूप में 5 हजार रूपये की राशि स्वीकृत की। उन्होंने राशन की व्यवस्था के लिये पात्रता पर्ची बनाने के निर्देश भी दिए।
रोजगार के लिये दिव्यांग को मिलेगा ई-रिक्शा।
जनसुनवाई में एक दिव्यांग रामस्वरूप लोधा भी अपनी समस्या लेकर कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी के समक्ष पहुंचा। उसने बताया कि वह और उसकी पत्नी दोनों दिव्यांग है। जीवन यापन और भरण-पोषण के लिए कोई संसाधन नहीं है। रोजगार भी नहीं मिल पा रहा है। कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने चर्चा कर आवेदक की समस्या के निराकरण के निर्देश दिए। बताया कि इस दिव्यांग को एक या दो दिन में ही जन-सहयोग से ई-रिक्शा दिलवाया जाएगा। इसके लिए संबंधित अधिकारियों द्वारा दान-दाताओं से चर्चा कर सहमति भी प्राप्त कर ली गई है।
इसी तरह जनसुनवाई में कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी सहित अपर कलेक्टर अजय देव शर्मा, अभय बेड़ेकर, राजेश राठौर, सपना लोवंशी सहित अन्य अधिकारियों ने सैकड़ों नागरिकों की समस्या को गंभीरता के साथ सुना और उनका यथासंभव निराकरण किया।