देवगुराडिया ट्रेंचिग ग्राउण्ड स्थित विभिन्न प्लांट्स एवं आईसीसीसी का किया अवलोकन।
इंदौर के सॉलि़ड वेस्ट मैनेजमेंट को प्रेजेंटेशन के माध्यम से जाना।
इंदौर : स्वच्छता में छठी बार नंबर वन आए इंदौर शहर की स्वच्छता एवं सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट को देखने के लिए देश के विभिन्न प्रदेश/शहरों के जनप्रतिनिधि एवं प्रशासनिक अधिकारी आ रहे हैं। इसी क्रम में भारत के अतिरिक्त उप नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक राजीव सिंह एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारियों का दल इंदौर आया। इस दल ने सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत देवगुराडिया ट्रेंचिंग ग्राउंड स्थित विभिन्न प्लांट एवं सिटी बस ऑफिस स्थित आईसीसीसी का अवलोकन किया। इस अवसर पर पर अपर आयुक्त सिद्धार्थ जैन, अधीक्षण यंत्री महेश शर्मा व अन्य उपस्थित थे।
देवगुराडिया स्थित सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट देखा।
भारत के अतिरिक्त उप नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक राजीव सिंह एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा इंदौर के सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत देवगुराडिया ट्रेंचिंग ग्राउण्ड स्थित 400 टीपीडी मैकेनाइज्ड एमआरएफ प्लांट, 550 टीपीडी बायो सीएनजी प्लांट, 100 टीपीडी सी एंड डी वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट, वेस्ट बायोमेडिटेशन साइट, सिटी बस आफिस स्थित आईसीसीसी कमांड सेंटर का अवलोकन किया गया।
इस अवसर पर अपर आयुक्त सिद्धार्थ जैन द्वारा प्रेजेटेशन के माध्यम से इंदौर के स्वच्छता अभियान की विस्तृत जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि किस प्रकार से पूर्व में इंदौर में जगह-जगह कचरा पेटिया हुआ करती थी, जिसके आस-पास कचरे के ढेर लगा होते थे। इसके बाद इंदौर ने स्वच्छता अभियान के तहत इंदौर को कचरा पेटी से मुक्त करते हुए, शहर के चिन्हित वार्ड में पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर डोर टू डोर कचरा संग्रहण वाहन चलाए, जिनका जीपीएस सिस्टम के माध्यम से मॉनिटरिंग किया गया। बाद में यह प्रयोग पूरे शहर में लागू किया गया।सभी कचरा संग्रहण वाहन अपने निर्धारित रूट व समय पर अपने कार्य क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं।
शहर को ओडीएफ मुक्त किया।
प्रेजेंटेशन के जरिए बताया गया कि पहले गीला-सुखा कचरा संग्रहित किया जाता था, अब हर दिन 6 बिन की तर्ज पर 6 प्रकार का कचरा संग्रहित किया जा रहा है। थैला बैंक, बर्तन बैंक, डिस्पोजल फ्री क्षेत्र, जीरो वेस्ट इवेंट, जीरो वेस्ट शादी, नाला सफाई अभियान, नाला क्रिकेट, नाला मेडिकल चेकअप, नाला फुटबॉल, नाला दंगल व अन्य गतिविधियेां के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। साथ ही डोर टू डोर कचरा संग्रहण वाहनो से संग्रहित कचरे को गारबेज कचरा ट्रांसर्फर स्टेशन तक किस प्रकार से पहुंचाया जा रहा है, इस सेग्रिगेट कचरे को किस प्रकार से ट्रेंचिंग ग्राउण्ड पर डिसेंट्रलाइज मटेरियल, रिकवरी प्लांट, ड्राय वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट, कम्पोस्ट प्लांट में प्रोसेस किया जा रहा है। इसके साथ ही ट्रेंचिंग ग्राउण्ड में निर्माणधीन बायागैस प्लांट के संबंध में भी विस्तार से जानकारी देते हुए बताया गया कि यह एशिया का सबसे बडा बायो गैस सीएनजी प्लांट है, जहां पर गीले कचरे से बायो गैस का निर्माण किया जाकर उसे लोक परिवहन में उपयोग किया जा रहा है।