भारत के विजन – 2047 की नीव बनेगा स्टार्टअप – मंत्री सखलेचा

  
Last Updated:  January 12, 2023 " 07:40 pm"

स्टार्टअप सबसे तेज बढ़ता हुआ इको सिस्टम -केंद्रीय सचिव अनुराग

स्टार्टअप को बढ़ावा देने और रोजगार के अवसर पैदा करने पर किया गया मंथन।

इंदौर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन 2047 को पूरा करने के लिए स्टार्टअप नींव का काम करेगा। यह भारत में सबसे तेजी से बढ़ता हुआ इको सिस्टम है। यह बात सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दूसरे दिन ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में “एमपी स्टार्ट अप इकोसिस्टम” सेशन में कहीं। मंत्री सखलेचा ने कहा कि मध्यप्रदेश में स्टार्टअप नीति एवं क्रियान्वयन योजना 2022 से स्टार्टअप को बढ़ने और विकसित होने का आधार मिला है। भोपाल में स्टार्टअप को सहयोग देने के लिए स्टार्टअप सेंटर की स्थापना की गई है। जल्दी ही इंदौर में भी स्टार्टअप सेंटर खोला जाएगा। स्टार्टअप को अनुदान देने के साथ उन्हें फंड की व्यवस्था भी कराई जाती है। इस तरह मध्यप्रदेश में स्टार्टअप इकोसिस्टम विकास की संभावनाएं अधिक है। मंत्री सकलेचा ने सभी युवा उद्यमियों को प्रदेश में स्टार्टअप शुरू करने की अपील भी की।

उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग के सचिव अनुराग जैन ने कहा कि 2016 से अभी तक 6 साल में भारत के युवाओं ने स्टार्टअप इकोसिस्टम को दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा इकोसिस्टम बनाया है। यह दुनिया का सबसे तेज बढ़ने वाला इकोसिस्टम है। भारत में स्टार्ट अप अब रोजगार मांगने वाली जनरेशन नहीं बल्कि रोजगार देने वाली जनरेशन को पैदा कर रहे हैं। उन्होंने सभी निवेशकों को स्टार्टअप इकोसिस्टम में निवेश कर प्रदेश के विकास में इको सिस्टम में भागीदार बनने की अपील भी की।

उद्योग आयुक्त एवं सचिव एमएसएमई मप्र पी. नरहरि ने मध्यप्रदेश के स्टार्टअप इकोसिस्टम की विशेषताएं बताते हुए कहा कि प्रदेश में 2 हजार 597 डीबीआईटी से मान्यता प्राप्त स्टार्टअप हैं, जिसमें से 1 हजार 143 स्टार्टअप महिलाओं के हैं। प्रदेश में कृषि, फूड और प्रोडक्ट बेस स्टार्टअप की संभावनाएं अधिक है। प्रदेश में स्कूली विद्यार्थियों को भी कौशल प्रशिक्षण और स्टार्टअप के बारे में जानकारी दी जाती है। प्रदेश का स्टार्टअप पोर्टल भारत सरकार के पोर्टल से इंटीग्रेट है, जहां से स्टार्टअप से संबंधित जानकारी, प्रशिक्षण, अनुदान और नीति संबंधी जानकारी युवा उद्यमियों को मिलती है।

सेशन में इंडियन एंजल लिमिटेड की फाउंडर एमडी पद्मजा रूपारेल, प्रताप स्नेक के फाउंडर एमडी अमित कुमठ, शिप रॉकेट के को फाउंडर विशेष खुराना और यूनिकॉर्न इंडिया वेंचर के फाउंडर एमडी अनिल जोशी ने सभी निवेशकों को मध्यप्रदेश स्टार्टअप नीति के फायदे और मध्यप्रदेश में स्टार्टअप की सक्सेस स्टोरी के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में स्टार्टअप को शुरू करने के लिए सभी तरह की आवश्यकताएं, सुविधाएं और अनुदान उपलब्ध हैं। उन्होंने सभी युवा उद्यमियों को मध्यप्रदेश में स्टार्टअप को बढ़ाने और उसमे निवेश करने की अपील भी की।

इस अवसर पर ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में पधारे युवा उद्यमी और निवेशक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।।

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