उद्योगपतियों को समिट में शामिल होकर प्रदेश में अधिकाधिक निवेश का किया गया आह्वान।
औद्योगिक निवेश के लिए मप्र के लिए है अनुकूल वातावरण।
इंदौर : भोपाल में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को लेकर व्यापक तैयारियां की जा रहीं हैं। इसी सिलसिले में जनप्रतिनिधियों और उद्योगपतियों की संयुक्त कार्यशाला “इंदौर संवाद” का आयोजन रेसीडेंसी कोठी के सभाकक्ष में किया गया। कार्यशाला में उद्योगपतियों को आमंत्रण देते हुए उनका आह्वान किया गया कि वे बड़ी संख्या में इस समिट में शामिल हों और अधिक से अधिक निवेश करें। मध्यप्रदेश में औद्योगिक निवेश के लिए अनुकूल वातावरण है। यहां बेहतर सुविधाएं और संसाधन उपलब्ध हैं।
कार्यशाला में जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट,महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक रमेश मेंदोला, उषा ठाकुर, मधु वर्मा और गोलू शुक्ला, कलेक्टर आशीष सिंह, नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा, एमपीआईडीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेश राठौर, इंदौर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आर.पी. अहिरवार सुमित मिश्रा, श्रवण सिंह चावड़ा सहित अन्य जनप्रतिनिधि और विभिन्न औद्योगिक संगठनों के पदाधिकारी मौजूद थे। कार्यशाला में जल संसाधन मंत्री सिलावट ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प, ‘विकसित भारत-विकसित मध्यप्रदेश’ के संकल्प को साकार करने की दिशा में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देशन में तेजी से मध्यप्रदेश आगे बढ़ रहा है। प्रदेश में तेजी से औद्योगिक विकास हो रहा है। निवेश के लिए अच्छा वातावरण है। उन्होंने उद्योगपतियों से आग्रह किया कि वे इन्वेस्ट समिट में भाग ले और अधिक से अधिक निवेश करें। राज्य शासन द्वारा उन्हें सभी तरह की मदद दी जाएगी। उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं आने दी जाएगी।
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि इन्वेस्ट समिट औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने का बेहतर प्रयास है। समय के अनुसार आईटी, माइक्रो चिप, एआई को भी बढ़ावा देने की जरूरत है। इसके लिए एक अलग से भी समिट आयोजित की जा सकती है। उन्होंने कहा कि निवेशकों को हर तरह के मार्गदर्शन देने के लिए परामर्शदाता और सिंगल विडों की व्यवस्था को और अधिक कारगर बनाया जा सकता है।
कलेक्टर आशीष सिंह ने उद्योगपतियों से कहा कि इंदौर में निवेश की अपार संभावनाएं हैं, अनुकूल वातावरण है। इंदौर में अधिक से अधिक निवेश किया जाए। उन्होंने क्षेत्रीय विकास और निवेश योजना (मेट्रोपॉलिटिन एरिया) के संबंध में भी जानकारी दी और सुझाव भी लिये। उन्होंने कहा कि यह योजना मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशानुसार तैयार की जा रही है। मुख्यमंत्री की मंशा है कि इंदौर और उज्जैन संभाग को मिलाकर सुव्यवस्थित और समग्र विकास की योजना तैयार हो।
कार्यक्रम में मध्यप्रदेश में विभिन्न आर्थिक मापदंडों, सड़क और वायुमार्ग की कनेक्टिविटी, लॉजिस्टिक हब, प्रस्तावित कॉरिडोर्स, मध्यप्रदेश इंडस्ट्रियल इको-सिस्टम, पिछले एक वर्ष की उपलब्धियां, इंदौर के औद्योगिक परिदृश्य, इंदौर में उपलब्ध सुविधाएं और संसाधन, औद्योगिक नीतियों, प्रस्तावित नीतियों, इंदौर संभाग में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के लिए किये जा रहे कार्यों आदि के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई।इसी के साथ 24 और 25 फरवरी को भोपाल में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्ट समिट के संबंध में भी विस्तार से बताया गया। इस अवसर पर नगर निगम के अधिकारियों द्वारा मधुमिलन चौराहे को लेकर प्रस्तावित यातायात प्लान की भी जानकारी दी गई।