मरीजों के इलाज के किये जा रहे हैं बेहतर इंतजाम- कलेक्टर

  
Last Updated:  May 3, 2020 " 12:58 pm"

इंदौर : कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी मनीष सिंह का कहना है कि इन्दौर में मरीज़ों के बेहतर उपचार के लिए जिला प्रशासन सभी उपाय कर रहा है। कोरोना के मरीज़ों के लिए निःशुल्क उपचार सहित अन्य बीमारियों में भुगतान के आधार पर इलाज के लिए चिन्हित अस्पतालों में बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं। इनकी पूरी निगरानी भी की जा रही है।
कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि इन्दौर शहर में कोरोना पॉज़िटिव मरीज़ों के इलाज की व्यवस्था अरविंदो अस्पताल, एमटीएच अस्पताल, एमआरटीबी हास्पिटल और न्यू चेस्ट टीबी अस्पताल में की गई है। अरविंदो अस्पताल में कुल 1165, एमटीएच अस्पताल में 300, एमआर टीबी में 80 और न्यू चेस्ट टीबी अस्पताल में 70 बिस्तरों की उपलब्धता है। कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि ये सभी अस्पताल रेड श्रेणी के अस्पताल हैं तथा कोविड-19 पॉज़िटिव मरीज़ इन अस्पतालों में निःशुल्क उपचार कराकर स्वस्थ हो रहे हैं। इन अस्पतालों में से एमटीएच एवं न्यू चेस्ट टीवी हास्पिटल रेड के साथ साथ यलो श्रेणी में भी कार्य कर रहे हैं। अर्थात कोविड संभावित मरीज़ भी इन दोनों अस्पतालों में आकर स्वास्थ्य लाभ एवं परीक्षण करा सकते हैं।
कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया है कि उक्त चारों अस्पतालों में से अरविंदो निजी अस्पताल है। शेष तीनों अस्पताल डीन मेडिकल कॉलेज इंदौर के अधीन हैं। उनमें मेडिकल कॉलेज के अनुभवी चिकित्सक अपनी सेवाएँ दे रहे हैं। कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया है कि उक्त अस्पतालों के अतिरिक्त कई निजी चिकित्सालयों को भी रेड एवं यलो श्रेणी में चिन्हित किया गया है, जो कोविड पॉज़िटिव एवं कोविड के संभावित मरीज़ों के इलाज में कार्य कर रहे हैं। इन अस्पतालों में चोइथराम, इंडेक्स, गोकुलदास विशेष, सुयश, सिनर्जी, शैल्बी, मयूर, अरिहंत, गेटवेल आदि कार्यरत हैं।
कलेक्टर इंदौर मनीष सिंह द्वारा इन सभी निजी चिकित्सालयों के मालिकों एवं डॉक्टर्स की बैठक गत एक मई को बुलायी गई थी। बैठक में उनके द्वारा विभिन्न मदों में मरीज़ों से लिए किए जा रहे बिल राशि के संबंध में विस्तृत चर्चा की गई थी। मरीज़ों के बिल के विभिन्न मदों में शुल्क के निर्धारण पर आम सहमति सभी निजी अस्पताल संचालकों द्वारा दी गई थी। कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया है कि निजी अस्पताल की गुणवत्ता एवं स्पेशलिटी अनुसार कोविड संक्रमण के पूर्व के समय में निजी अस्पतालों द्वारा लिए जाने वाली राशि के मान से ही कोविड के इलाज में भी राशि लेने पर सभी अस्पताल संचालकों द्वारा अपनी सहमति दी गई है।

कलेक्टर ने यह भी बताया है कि लगभग 25 प्रतिशत कम दरों पर यह राशि निजी अस्पतालों द्वारा लेने की सहमति दो मई से प्रभावशील हो गई है। ऐसे मरीज़ जो इन निजी अस्पतालों में भुगतान के आधार पर अपना इलाज कराना चाहते हैं वे इन अस्पतालों में भुगतान के आधार पर अपना स्वास्थ्य लाभ ले सकते हैं।कलेक्टर द्वारा बताया गया है कि चूँकि कोरोना संक्रमण से सतर्कता उसकी वैक्सीन अथवा दवाई आ जाने तक आवश्यक है, इस कारण शासन स्तर पर चोइथराम हास्पिटल एवं इंडेक्स हास्पिटल से भी अनुबंध की प्रक्रिया प्रचलित की जा रही है। अनुबंध होते ही यहां पर भी पूर्णतया नि:शुल्क इलाज होने लगेगा।

कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया है कि केंद्र सरकार के निर्देशों के अनुक्रम में इंदौर में लॉकडाउन निरंतर जारी है। वर्तमान में लिए गए सैंपल के आधार पर पॉज़िटिव सैंपल्स का प्रतिशत निरंतर कम हो रहा है। यह शहर के लिए अच्छा संकेत है, किन्तु यह तभी संभव हो पा रहा है जब लोग घरों के अंदर हैं एवं लॉकडाउन का सख़्ती से इस शहर की जागरूक जनता पालन कर रही है ।कलेक्टर द्वारा बताया गया है कि आयुक्त नगर निगम आशीष सिंह द्वारा नगर निगम के माध्यम से जागरूकता संबंधी विभिन्न ऑडियो जिंगल एवं वीडियो क्लिपिंग जारी की जा रही है, ताकि इस शहर के जागरूक नागरिकों को प्रतिदिन प्राप्त होने वाली किराना सामग्री, सब्ज़ी, दूध को घर में प्राप्त करते समय कोरोना संक्रमण संबंधित सावधानियों से अवगत कराया जा रहा है। जब तक इस संक्रमण की वैक्सीन या दवाई नहीं आ जाती तब तक इस शहर के जागरूक नागरिकों को कोरोना संक्रमण से सावधानियों को अपने दैनिक जीवन में लाना होगा ताकि इस शहर के नागरिक स्वस्थ एवं सुरक्षित रह सकें।

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