सती माता मन्दिर हटाए जाने के विरोध में विहिप ने किया उज्जैन बन्द का आह्वान

  
Last Updated:  February 8, 2022 " 05:05 pm"

उज्जैन, महाकालेश्वर मंदिर परिसर विस्तार योजना के तहत महाकालेश्वर मंदिर परिसर के मुख्य द्वार पर स्थित माता सती के मंदिर को हटाए जाने और माता सती की प्रतिमा को अन्य स्थान पर रख दिए जाने पर हिंदूवादी संगठन भड़क गए हैं। इसी के साथ मुख्य द्वार के समीप स्थित बजरंगबली की प्रतिमा को विस्थापित करने के प्रयास में खंडित किए जाने पर भी विश्व हिंदू परिषद एवं बजंरग दल ने आक्रोश जताया है।

विश्व हिंदू परिषद के प्रांत मंत्री सोहन विश्वकर्मा,मालवा प्रान्त के संगठन मंत्री नन्ददास गंडोदीया ने बताया कि महाकाल मंदिर परिसर विस्तार योजना के अंतर्गत प्रशासन ने सती माता मंदिर  को जेसीबी की मदद तोड़ दिया और प्राण प्रतिष्ठित प्रतिमा को विस्थापित किया, यह घोर निंदनीय कृत्य है, जिसका प्रायश्चित प्रशासन को करना होगा। माता सती को पुनः उसी स्थान पर भव्य मंदिर बनाकर विधि विधान पूर्वक प्राण प्रतिष्ठित किया जाए। इसे लेकर उन्होंने 10 फरवरी को उज्जैन बंद का आह्वान किया है।

ये हैं हिंदूवादी संगठनों की प्रमुख मांग।

विहिप और बजरंग दल पदाधिकारियों ने बताया कि उन्होंने उज्जैन जिला प्रशासन के समक्ष कुछ मांगें रखीं हैं, उनमें

  1. महाकाल विस्तारीकरण में हटाए गए माता सती मंदिर को प्रशासन अविलम्ब पुनः पूर्ण विधि विधान के साथ पुनः स्थापित करें। अन्य मंदिर भी जो प्रशासन ने हटाएं हैं, उन्हें भी विधि विधान के साथ पुनः उसी स्थान पर स्थापित किया जाएं।
  2. महाकाल क्षेत्र में जो अवैध मजारे संरक्षित की गई हैं, उन्हें भी विस्थापित किया जाए।
  3. महाकाल क्षेत्र के पूर्व दिशा में  प्रभावित हो रहे 155 हिन्दू परिवारों के मकान का धारा 11 के तहत अधिग्रहण तुरन्त प्रभाव से निरस्त किया जाए।

4.सिंहस्थ क्षेत्र जूना सोमावरिया, वीर दुर्गादास राठौर, समाधि स्थल के आसपास का अतिक्रमण अविलम्ब हटाया जाए।

5.सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार क्षिप्रा नदी से 500 मीटर के अतिक्रमण तुरन्त प्रभाव से हटाया जाए।

  1. महाकाल आने-जाने वाले मार्गों में किसी भी प्रकार की मांस एवं अण्डा विक्रय की दुकान न हो यह सुनिश्चित किया जाए।
  2. माँ क्षिप्रा अविरल प्रवाहित होती रहे इस हेतु पूर्व में किए गए प्रयास  में हुई त्रुटियों को ध्यान में रखकर कार्रवाई की जाए।

8.उज्जैन नगर में भविष्य में हिन्दू धर्म मठ मंदिर, संत, गो माता आदि विषयों पर संतो, विद्वत जनों, पत्रकारों , विश्व हिन्दू परिषद से विचार विमर्श एवं सहमति लेकर ही निर्णय हो।

जनप्रतिनिधियों का करेंगे घेराव।

विहिप और बजरंग दल पदधिकारियों ने अपनी मांगों को लेकर सासंद अनिल फिरोजिया एवं उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव का धेराव करने का भी ऐलान किया है। इसी के साथ 10 फरवरी को धरना आन्दोलन बड़ा गणेश मंदिर महाकाल पर होगा। फिर भी प्रशासन ने हमारी बात नहीं मानी तो उसी दिन उज्जैन बन्द का आव्हान किया जाएगा।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में नंदलाल गंडोदीया  संगठन प्रान्तमंत्री , सोहन विश्वकर्मा, प्रान्तमंत्री विश्व हिन्दू परिषद मालवा प्रान्त, महेश आंजना, बजरंग दल,विहिप के विभाग मंत्री महेश तिवारी,विश्व हिंदू परिषद के नगर जिला अध्यक्ष अशोक जैन चायवाला और  बजरंग दल के अंकित चौबे भी उपस्थित थे।

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