दरबार का टिकट काटकर बीजेपी से कांग्रेस में आए नेता को प्रत्याशी बनाए जाने का कांग्रेसियों ने किया विरोध।
करणी सेना भी दरबार के समर्थन में उतरी।
इंदौर : कांग्रेस द्वारा मप्र में उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी करने के बाद टिकट से वंचित रहे नेता और उनके समर्थक खुलकर अपनी नाराजगी का इजहार कर रहे हैं। इंदौर जिले की महू सीट पर बीजेपी से कांग्रेस में आए रामकिशोर शुक्ला को टिकट दिए जाने से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भारी नाराजगी देखी जा रही है।
कांग्रेस के कद्दावर नेता कहे जाने वाले अंतरसिंह दरबार के समर्थक उनका टिकट कटने से खासे आक्रोशित हैं। करणी सेना का साथ भी उनको मिल गया है।
शुक्रवार को दरबार के निवास पर बड़ी तादाद में समर्थक पहुंचे। उन्होंने दरबार का टिकट काटे जाने पर नाराजगी जताते हुए कांग्रेस आलाकमान के खिलाफ नारेबाजी की। समर्थकों ने दरबार के निर्दलीय प्रत्याशी के बतौर चुनाव लड़ने का भी ऐलान कर दिया है। हालांकि खुद अंतर सिंह दरबार इस बारे में साफ तौर पर कुछ कहने से बचते रहे। समर्थकों का आक्रोश इस बात को लेकर भी था कि महज 15 दिन पहले बीजेपी से पाला बदलकर कांग्रेस में आए शुक्ला को टिकट क्यों दिया गया..? उनका कहना था कि इससे बरसों से कांग्रेस का झंडा उठाए हुए समर्पित कार्यकर्ताओं को चोट पहुंची है। उन्होंने टिकट बदलकर अंतर सिंह दरबार को प्रत्याशी बनाए जाने की मांग की।
करणी सेना ने भी पकड़ा मैदान।
राजपूत समाज को पर्याप्त प्रतिनिधित्व देने की मांग कर रही करणी सेना भी दरबार के समर्थन में सामने आई है। उसका कहना है कि अंतर सिंह दरबार पिछला चुनाव हारने के बाद भी जनता के सुख – दुःख में शामिल होते रहे। ऐसे में उनका टिकट काटकर एक दलबदलु को दे देना किसी भी सूरत में स्वीकार योग्य नहीं है। कांग्रेस को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।