इंदौर : विश्व रंगमंच दिवस के उपलक्ष्य में सहस्त्रार थिएटर के बैनर तले 6 दिवसीय ‘मूलाधार रंगमहोत्सव’ का आयोजन 28 मार्च से 2 अप्रैल तक किया जा रहा है। रवींद्र नाट्यगृह में होनेवाले इस रंगमहोत्सव में कुल 8 नाटक खेले जाएंगे। महोत्सव का शुभारंभ पद्मश्री जनक पलटा, वाजिद खान और डॉ. रागिनी मक्खर के आतिथ्य में होगा।
यह जानकारी सहस्त्रार रंगसमूह के पदाधिकारी तपन शर्मा और उनके साथियों ने इंदौर प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में दी।
इन नाटकों का होगा मंचन।
पत्रकार वार्ता में बताया गया कि रंग महोत्सव के पहले दिन 28 मार्च को उद्घाटन सत्र के बाद पीयूष मिश्रा लिखित नाटक ‘सन 2025’ का मंचन होगा। 29 मार्च को दो एकल नाटक नाग बोडस लिखित ‘लम्पट’ और मोहन थानवी के लिखे ’27 फरवरी’ मंचित किए जाएंगे।
30 मार्च को डॉ. शंकर शेष लिखित नाटक ‘आधी रात के बाद’ की प्रस्तुति दी जाएगी। 31 मार्च को अख्तर अली का लिखा ‘एक अजीब दास्तान’ और संजय पंवार लिखित ‘9 से पहले’ का मंचन होगा। 1 अप्रैल को जयवर्धन के लिखे हास्य नाटक ‘दरोगाजी चोरी हो गई’ पेश किया जाएगा।
मूलाधार रंगमहोत्सव का समापन 2 अप्रैल को शाहिद नदीम के लिखे नाटक ‘दुःख दरिया’ से होगा। सभी नाटकों का निर्देशन तपन शर्मा ने किया है। कुल 65 कलाकार इन नाटकों में अपने अभिनय की बानगी पेश करेंगे।
दर्शक, प्रवेश पत्र के जरिए नाटक देख सकेंगे।