राजनीतिक माफिया बन गई है बीजेपी

  
Last Updated:  May 1, 2024 " 01:23 am"

कांग्रेस प्रत्याशी का हरण कर बीजेपी ने की है लोकतंत्र की हत्या।

देश और दुनिया में देवी अहिल्या की नगरी इंदौर को किया शर्मसार।

इंदौर का प्रबुद्ध वर्ग,मीडिया और आम जनता मिलकर करें बीजेपी के अहंकार का दमन।

जनता नोटा का बटन दबाकर सिखाए बीजेपी को सबक।

कांग्रेस किसी अन्य प्रत्याशी का नहीं करेगी समर्थन।

प्रेस वार्ता के जरिए बोले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी।

इंदौर : कांग्रेस अब चुनाव मैदान में नहीं है। हम किसी को समर्थन भी नहीं दे रहे हैं और न ही चुनाव के बहिष्कार की बात कर रहे हैं पर बीजेपी ने जिसतरह दबाव, प्रभाव और प्रलोभन के जरिए कांग्रेस के प्रत्याशी का हरण किया है, वह लोकतंत्र की हत्या है। न्यायप्रिय शासिका देवी अहिल्याबाई के शहर इंदौर को बीजेपी ने शर्मसार किया है। लोकतंत्र, संविधान और अभिव्यक्ति की आजादी खतरे में है, ऐसे में शहर के प्रबुद्ध वर्ग, मीडिया और आम लोगों को आगे आकर बीजेपी की इस हरकत का पुरजोर विरोध करते हुए उसे सबक सिखाना चाहिए।

ये कहना है प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी का, वे मंगलवार को इंदौर प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता के जरिए अपनी बात रख रहे थे।

राजनीतिक माफिया बन गई है बीजेपी।

पटवारी ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि स्वस्थ्य प्रतिस्पर्धा इंदौर की परिपाटी रही है। नर्मदा जल का मामला हो या स्वच्छता का, हमने एकजुट होकर शहर हित से जुड़े मुद्दों की लड़ाई लड़ी है। बीजेपी ने इस स्वस्थ्य परंपरा को कलंकित किया है। उसमें रावण जैसा अहंकार पैदा हो गया है। पहले बूथ कैप्चरिंग जैसी घटनाएं सुनी जाती थी पर बीजेपी ने साम, दाम, दंड, भेद का सहारा लेकर विधायकों की खरीद – फरोख्त कर सरकारें गिराने, दलबदल को बढ़ावा देने के साथ एक कदम और आगे बढ़कर प्रत्याशियों को ही उड़ा ले जाने का नया चलन शुरू किया है। दूसरे दलों को चुनाव ही नहीं लड़ने देने की बीजेपी की ये हरकत राजनीतिक माफियागिरी का उदाहरण है।

कैलाश विजयवर्गीय पर साधा निशाना।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कांग्रेस प्रत्याशी के नामांकन वापस लेने और बीजेपी में शामिल होने की समूची कवायद के लिए मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि इतने बड़े स्तर के नेता होकर उन्होंने जो ये छोटी हरकत की है, उससे इंदौर का नाम लोकतंत्र की हत्या के मामले में अव्वल नंबर पर आ गया है।

ताई की चुप्पी समझ से परे ।

ये पूछे जाने पर कि इंदौर के घटनाक्रम को लेकर राहुल गांधी की क्या प्रतिक्रिया रही..? इसपर जीतू पटवारी का कहना था कि राहुल गांधी ने इंदौर में इसतरह की घटना पर हैरत जताई है। उन्होंने सवाल किया है कि क्या राजनीति में शुचिता का पर्याय मानी जाने वाली सुमित्रा ताई की जानकारी में यह घटना है..? अगर हां तो वे लोकतंत्र के इस चीरहरण पर मौन क्यों हैं।

जनता नोटा का बटन दबाकर विरोध जताए।

पटवारी ने प्रबुद्ध वर्ग, मीडिया और इंदौर की जनता से सहयोग की अपेक्षा करते हुए कहा कि अब यह लड़ाई बीजेपी विरुद्ध इंदौर की जनता की है।जनता जागरूक होकर मतदान वाले दिन नोटा का बटन दबाए और अहंकारी बीजेपी को सबक सिखाए।

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