राजस्थान पुलिस ने कार से बरामद किए नकद साढ़े चार करोड़ रुपए, तीन आरोपी गिरफ्तार

  
Last Updated:  May 24, 2021 " 12:34 am"

उदयपुर : डूंगरपुर जिला पुलिस रतनपुर बॉर्डर पर नाकेबंदी के दौरान मोडीफाइड लक्जरी कार के भीतर से साढ़े चार करोड़ की नकदी बरामद की। शराब तस्करी के लिए तैयार मोडिफाइड कार में यह नकदी सीट के नीचे दो बॉक्स में छूपाई हुई थी।

दिल्ली से रवाना हुई यह कार अहमदाबाद जा रही थी। तीन राज्यों की 782 किलोमीटर दूरी तय करके कार यहां तक पहुंची थी। अहमदाबाद से 150 किमी पहले पुलिस की पकड़ में आ गई। करोड़ों की नकदी के साथ पुलिस ने गुजरात के पाटन जिला निवासी रणजीत सिंह पुत्र रुपचंद राजपूत तथा उंझा निवासी नितिन पुत्र छगनलाल पटेल काे गिरफ्तार कर लिया। इनसे पूछताछ जारी है।

तीन घंटे से अधिक समय लगा गिनती में।

बरामद नकदी की सूचना जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी की ओर से इनकम टैक्स विभाग को दी गई। इस पर पहुंचे विभागीय कार्मिकों काे मशीन से नकदी गिनने में करीब तीन घंटे से अधिक समय लगा। लॉकडाउन अवधि में बिछीवाड़ा पुलिस के इस प्रयास को प्रदेश में सबसे बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है। बिछीवाड़ा थाना प्रभारी रिजवान खान के अनुसार लॉकडाउन को लेकर वे नाकाबंदी पर थे। तभी उदयपुर की ओर से एक कार आती हुई दिखाई दी। कार को देखकर उन्हें कुछ अंदेशा हुआ। रतनपुर चाैकी प्रभारी गाेविंदलाल लबाना एवं जाप्ते ने कार की तलाशी ली।

चालक ने भी वाहन को खाली होना बताया, लेकिन अक्सर ऐसे वाहनों में शराब की तस्करी से परिचित पुलिस ने यहां गहनता से कार की तलाशी ली। तभी सीट के नीचे लोहे के दो बॉक्स पर उनकी नजर गई। इन पर ताले जड़े हुए थे, जिनकी चाबी पास में ही रखी थी।

पुलिस ने बॉक्स खोले तो भीतर से 2 हजार और 5 सौ के नोटों की गड्डियां निकलनी शुरू हुई। इतनी बड़ी राशि देखकर पुलिस के भी हाथ-पैर फूल गए। सीआई ने बिना देर लगाए इसकी सूचना जिला पुलिस अधीक्षक को दी। कार्रवाई दल में कांस्टेबल जितेंद्र अहारी, श्रीनिवास व विपेंद्र भी शामिल थे।

तीन मशीनों से की गई गिनती में कुल 4 करोड़ 49 हजार 99 हजार 5 सौ रुपए नकद बरामद हुए। आला अधिकारियों के निर्देश पर थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया।

पुलिस कार्रवाई में गिरफ्तार किए गए आरोपी।

नोटों की इस मौजूदगी को लेकर आरोपियों के हवाला कारोबार से जुड़े होने का अंदेशा लगाया जा रहा है। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह 19 मई को अहमदाबाद से दिल्ली को निकले थे। दिल्ली में कुछ समय के लिए उनकी कार कोई ओर ले गया था। बाद में वाहन सौंपते हुए यह कार अहमदाबाद में किसी कमलेश नाम के व्यक्ति को देना बताया था। पुलिस आरोपियों से आगे पूछताछ कर रही है।

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